इंदौर। 28 अक्टूबर को डीआईजी ऑफिस के सामने पूर्व मंत्री जीतू पटवारी सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में बिना अनुमति प्रदर्शन का आयोजन किया गया था. जिसमें कांग्रेस नेता और जीतू पटवारी ने पुलिस की कार्यशैली को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए थे. वहीं इस पूरे मामले में छोटी ग्वाल थाना पुलिस ने जीतू पटवारी सहित 200 कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है. इसके साथ ही पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पिछले दिनों इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम के सामने पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बिना अनुमति प्रदर्शन किया गया था. प्रदर्शन के दौरान जीतू पटवारी ने पुलिस के आला अधिकारियों को एक फोटो दिखाया था. इस दौरान कांग्रेस नेताओं की पुलिस अधिकारियों से जमकर बहस भी हुई थी. पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने फोटो दिखाते हुए कहा था कि जिस कार्यकर्ता पर मामले दर्ज किए गए हैं. उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने एक शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले पुलिसकर्मी को रोका था. पुलिसकर्मी को रोकने वाला कांग्रेस पार्टी के सरपंच का लड़का था. इस दौरान विधायक जीतू पटवारी की एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी से जमकर बहस हुई थी.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने DIG ऑफिस का किया घेराव, प्रदर्शन के दौरान जीतू पटवारी की अधिकारियों से झड़प
छोटी ग्वाल थाना प्रभारी संजय शुक्ला ने कहा कि जब पूर्व मंत्री कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ धरना दे रहे थे, उस समय इंदौर में कोविड 19 को देखते हुए धारा 144 लगाई थी. उन्होंने कहा कि शासन की बिना अनुमति के 100 से ज्यादा लोग एक साथ एकत्रित होते हैं तो वह गैरकानूनी माना जाएगा, जिसके बाद पुलिस ने धारा 188 और आचार संहिता के उल्लंघन की धाराओं में मामला दर्ज किया है. फिलहाल इस पूरे मामले में छोटी ग्वाल टोली पुलिस कार्रवाई में जुटी है.