इंदौर। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट 2023-24 संसद में पेश करेंगी. आने वाले बजट को लेकर हर वर्ग को केंद्र सरकार के पिटारे से बड़ी उम्मीदें हैं. जहां देश के विभिन्न सेक्टरों को सरकार से राहत घोषणा की उम्मीद जताई है, तो वहीं पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अडानी ग्रुप की गिरावट से भारतीय बैंकों पर असर का जवाब मांगा है.
अडानी ग्रुप की गिरावट से भारतीय बैंकों पर असर: मंगलवार को कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह इंदौर दौरे पर थे. यहां उन्होंने कहा कि, अडानी ग्रुप के 5 लाख 80 हजार करोड़ रुपए कुछ दिनों में डूब गए हैं. इसलिए मोदी सरकार रोजगार न देकर महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं कर पाई. सरकार को बजट में यह बताना चाहिए कि देश की बैंकों का कितना रुपया अडानी ग्रुप की गिरावट से डूब चुका है.
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अडानी समूह के कई करोड़ रुपए डूबे: एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए जयवर्धन सिंह ने सवाल उठाया, अडानी समूह में एलआईसी ने भी करीब 1 हजार करोड़ रुपए इन्वेस्ट किए हैं. यही स्थिति देश की विभिन्न पीएसयू की है. इसलिए इस वित्तीय संकट पर वित्त मंत्री को अपना जवाब और वस्तु स्थिति देश के सामने रखनी चाहिए. अमेरिकी फॉरेंसिक फाइनेंसियल कंपनी हिडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अडानी समूह की नेटवर्क के अलावा संपत्तियों और शेयर बाजार में करीब 34 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी समूह के 5 लाख 80 हजार करोड़ रुपए डूब चुके हैं.
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उमा के समर्थन में जयवर्धन: कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने शराब नीति को लेकर भोपाल में धरना दे रही पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का समर्थन भी किया है. उन्होंने कहा, उमा भारती का मैं सम्मान करता हूं. वह राज्य सरकार और खासकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से गंभीर विषय पर चर्चा करना चाहती हैं, लेकिन शिवराज सरकार उमा भारती का भी सम्मान नहीं कर रही है. यह सही नहीं है. राजधानी भोपाल में शराब बिक्री पर नियंत्रण और विभिन्न मुद्दों की मांग को लेकर उमा भारती धरना दे रही है, जिस पर पहली बार किसी कांग्रेसी विधायक ने उनका समर्थन किया है.