इंदौर। खुद को सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी को 'घंटानाद' आंदोलन को सफल बनाने के लिए दिहाड़ी मजदूरों का सहारा लेना पड़ा. इंदौर में बीजेपी को विरोध प्रदर्शन में झंडे और डंडे उठाने के लिए किराए के मजदूर बुलाने पड़े.
मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में बीजेपी द्वारा घंटानाद आंदोलन कर विरोध प्रदर्शन किया गया. बता दें इंदौर के हरसिद्धि चौराहे से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कुछ ऐसे मजदूर भी शामिल थे. जिन्हें पार्टी के कुछ नेताओं ने मजदूर चौक से बुलाया था.
इन श्रमिकों को जवाबदारी दी गई थी, कि वह घंटानाद रैली में सबसे आगे झंडा थामे हुए चलेंगे. इसके बदले में उन्हें आधे दिन की मजदूरी दी जाएगी. करीब एक दर्जन मजदूरों को 200 रुपए के हिसाब से झंडा थामने की जिम्मेदारी दी गई थी, जो उन्होंने बखूबी निभाई.