इंदौर। आज से दो दिनों तक बैंक के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. ये हड़ताल केन्द्र सरकार के खिलाफ की जा रही है. बैंकों और बीमा कंपनियों के निजीकरण करने वाली केन्द्र सरकार के खिलाफ आज से इंदौर में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की करीब 400 से ज्यादा शाखाएं बंद रही. जिनमें कामकाज नहीं हो पाने के कारण करोड़ों रुपए का नुकसान हो सकता है. इधर विरोध के बाद कर्मचारी संगठनों ने कहा है कि सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो आंदोलन जारी रहेगा.
- निजी क्षेत्र के बैंक आज खुले रहे
गौरतलब है कि देश की सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी अब काम छोड़कर सड़कों पर उतर आएं हैं. देशभर में सार्वजनिक क्षेत्रों की बैंकों के निजीकरण के खिलाफ दो दिनी हड़ताल के पहले दिन इंदौर में भी बैंक का कामकाज पूरी तरह ठप रहा. सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों के अलावा बीमा कंपनियों और अन्य बैंकिंग सेक्टर के कारोबार हड़ताल के कारण प्रभावित हुए हैं. जबकि निजी क्षेत्र के बैंक आज खुले हुए हैं. लेकिन अधिकांश कामकाज सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों में होता है इसलिए निजी क्षेत्र के बैंको के प्रयास के बावजूद बैंकिंग कारोबार इंदौर में खासा प्रभावित रहा.
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम: कंज्यूमर फोरम में नहीं हो पाई भर्तियां
- जनरल और लाइफ इंश्योरेंस कारपोरेशन के कर्मचारी भी करेंगे हड़ताल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में सार्वजनिक क्षेत्रों की बैंकों के निजीकरण की बात की थी. इसके बाद से ही बैंकिंग सेक्टर से जुड़े लाखों कर्मचारी नाराज हैं और आज हड़ताल के पहले दिन देश के करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. कर्मचारी संगठनों का दावा है कि बैंकिंग सेक्टर की हड़ताल के बाद 17 को जनरल इंश्योरेंस के कर्मचारी हड़ताल करेंगे और 18 मार्च को लाइफ इंश्योरेंस कारपोरेशन के कर्मचारी भी हड़ताल पर रहेंगे.