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इंदौरः चिड़िया घर में बढ़ी शेरों की संख्या, बाड़े में पर्याप्त स्थान न होने की वजह से प्रशासन ने रोकी ब्रीडिंग

इंदौर के चिड़िया घर में शेरों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसकी वजह से बाड़े में पर्याप्त स्थान नहीं है. इसलिए चिड़ियाघर प्रशासन ने ब्रीडिंग रोक दी है.

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Published : Mar 18, 2019, 10:49 PM IST

चिड़ियाघर इंदौर

इंदौर। दुनिया भर में विलुप्त होने की कगार पर वन्यजीव शेरकी संख्या हर साल कम होती जा रही है. लेकिन, इसके उलट इंदौर के चिड़िया घर में इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. बीते कुछ सालों के दौरान ही इनकी संख्या 4 से बढ़कर 11 हो चुकी है. नतीजतन इन के बाड़े में इतने शेरों के रहने लायक जगह नहीं होने के कारण चिड़िया घर प्रशासन ने शेरों की ब्रीडिंग रोक दी है.

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वर्तमान में इंदौर के चिड़िया घर में 11 शेर हैं, जो एक ही बाड़ेमें रहते हैं.हालांकि, इन के पिंजरे संयुक्त हैं फिर भी छोटे इलाके में होने के कारण इनके बीच संघर्ष की आशंका लगातार बनी रहती है. इसके अलावा शेर अपने इलाके में ज्यादा दखलअंदाजी भी बर्दाश्त नहीं करते हैं. इसलिए जब तक इनके बाड़े अलग-अलग नहीं होतेतब तक इनके वयस्क होने तक लगातार संघर्ष की आशंका रहती है. ऐसे में चिड़ियाघर प्रशासन की कोशिश यह है कि देश का कोई और चिड़ियाघर यहां से शेर लेकर जरूरत के अनुसार वन्यप्राणी इंदौर के चिड़िया घर को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दे सकता है.

इससे यहां के शेरों की संख्या को निर्धारित रखा जा सकता है. ऐसे में फिलहाल किसी अन्य चिड़ियाघर का एक्सचेंज प्रोग्राम को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया है. लिहाजा, चिड़ियाघर प्रशासन ने शेरों की ब्रीडिंग रोक दी है.प्रशासन का कहना है कि जब शेरों के लिए पर्याप्त स्थान की व्यवस्था होगी, तभी शेरों की ब्रीडिंग हो सकेगी.

इंदौर। दुनिया भर में विलुप्त होने की कगार पर वन्यजीव शेरकी संख्या हर साल कम होती जा रही है. लेकिन, इसके उलट इंदौर के चिड़िया घर में इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. बीते कुछ सालों के दौरान ही इनकी संख्या 4 से बढ़कर 11 हो चुकी है. नतीजतन इन के बाड़े में इतने शेरों के रहने लायक जगह नहीं होने के कारण चिड़िया घर प्रशासन ने शेरों की ब्रीडिंग रोक दी है.

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वर्तमान में इंदौर के चिड़िया घर में 11 शेर हैं, जो एक ही बाड़ेमें रहते हैं.हालांकि, इन के पिंजरे संयुक्त हैं फिर भी छोटे इलाके में होने के कारण इनके बीच संघर्ष की आशंका लगातार बनी रहती है. इसके अलावा शेर अपने इलाके में ज्यादा दखलअंदाजी भी बर्दाश्त नहीं करते हैं. इसलिए जब तक इनके बाड़े अलग-अलग नहीं होतेतब तक इनके वयस्क होने तक लगातार संघर्ष की आशंका रहती है. ऐसे में चिड़ियाघर प्रशासन की कोशिश यह है कि देश का कोई और चिड़ियाघर यहां से शेर लेकर जरूरत के अनुसार वन्यप्राणी इंदौर के चिड़िया घर को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दे सकता है.

इससे यहां के शेरों की संख्या को निर्धारित रखा जा सकता है. ऐसे में फिलहाल किसी अन्य चिड़ियाघर का एक्सचेंज प्रोग्राम को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया है. लिहाजा, चिड़ियाघर प्रशासन ने शेरों की ब्रीडिंग रोक दी है.प्रशासन का कहना है कि जब शेरों के लिए पर्याप्त स्थान की व्यवस्था होगी, तभी शेरों की ब्रीडिंग हो सकेगी.

Intro:दुनिया भर में विलुप्त प्राय वन्यजीव शेरों की संख्या में जहां हर साल खासी कमी आ रही है वहीं इसके उलट इंदौर के चिड़ियाघर में इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है बीते कुछ सालों के दौरान ही इनकी संख्या 4 से बढ़कर 11 हो चुकी है नतीजतन इन के बाड़े में इतने शेरों के रहने लायक जगह नहीं होने के कारण चिड़ियाघर प्रशासन ने शेरों की ब्रीडिंग रोक दी है


Body:दरअसल वर्तमान में इंदौर के चिड़ियाघर में 11 शेयर हैं जो एक ही बारे में रहते हैं हालांकि इन के पिंजरे संयुक्त हैं फिर भी छोटे इलाक़े में होने के कारण इनके बीच संघर्ष की आशंका लगातार बनी रहती है इसके अलावा शेर अपने इलाके में ज्यादा दखलअंदाजी भी बर्दाश्त नहीं करते इसलिए जब तक इनके बड़े अलग अलग ना हो तब तक इनके वयस्क होने तक लगातार संघर्ष की आशंका रहती है ऐसे में चिड़ियाघर प्रशासन की कोशिश यह है कि देश का कोई और चिड़ियाघर यहां से शेर लेकर अन्य आवश्यकतानुसार प्राणी इंदौर के चिड़ियाघर को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत दे सकता है जिसके फलस्वरूप यहां से शेरों की संख्या को निर्धारित रखा जा सकता है ऐसे में फिलहाल किसी अन्य चिड़ियाघर का एक्सचेंज प्रोग्राम को लेकर कोई प्रस्ताव नही आया है लिहाजा चिड़ियाघर प्रशासन ने शेरों की ब्रीडिंग रोक दी है अब जब भी शेरों के लिए पर्याप्त स्थान की व्यवस्था होगी तभी शेरों की ब्रीडिंग हो सकेगी


Conclusion:बाइट डॉ उत्तम यादव प्रभारी इंदौर चिड़ियाघर
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