इंदौर। पूर्व राज्य मंत्री एवं षट् साधु मंडल के प्रदेश अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रविवार को कंप्यूटर बाबा के खिलाफ जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उनके विभिन्न आश्रमों पर अतिक्रमण की कार्रवाई को अंजाम दिया था. धारा 151 के तहत उन्हें इंदौर की सेंट्रल जेल में बंद कर दिया था. इस मामले में कंप्यूटर बाबा को गुरूवार को एसडीएम ने जमानत दी और जमानत देने के कुछ ही घंटों बाद इंदौर की गांधीनगर पुलिस ने उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया और जेल में जाकर वापस गिरफ्तारी ले ली है. अब आने वाले समय में कंप्यूटर बाबा कोर्ट के समक्ष विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज होने के बाद जमानत के लिए कोर्ट में याचिका लगा सकते हैं.
गुरूवार को मिली जमानत, फिर हुए गिरफ्तार
गुरूवार को एसडीएम कोर्ट में पूरे मामले की सुनवाई हुई और धारा 151 के तहत कंप्यूटर बाबा को एसडीएम कोर्ट ने जमानत भी दे दी, लेकिन इसके तुरंत बाद पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया कंप्यूटर बाबा के खिलाफ गांधीनगर पुलिस को श्रीराम बरोलिया जो कि जमुडी हप्सी पंचायत के सचिव हैं, उन्होंने शिकायत की और शिकायत में उल्लेख किया कि जब वह गोम्मटगिरी स्थित जमीन पर कब्जा लेने के लिए प्रशासन के साथ गए थे तो वहां पर कंप्यूटर बाबा ने उनके साथ बदसलूकी की थी. इस पूरे ही मामले में गांधीनगर पुलिस ने पंचायत सचिव की शिकायत पर विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है,
अब लगा एसएसटी एक्ट
कंप्यूटर बाबा के खिलाफ गांधीनगर पुलिस ने धारा 353 शासकीय कार्य में बाधा सहित अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया है. वहीं प्रकरण दर्ज करने के तुरंत बाद ही गांधीनगर पुलिस ने इंदौर के सेंट्रल जेल में जाकर कंप्यूटर बाबा की गिरफ्तारी भी ले ली है. इस पूरे मामले में गांधीनगर पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है और प्रशासन ने अतिक्रमण के दौरान वीडियोग्राफी भी करवाई थी और पूरे मामले में बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है.
लंबा खिंच सकता है मामला
फिलहाल, इस पूरे मामले में गांधीनगर पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है. बता दें कंप्यूटर बाबा के खिलाफ प्रशासन का रुख काफी सख्त लग रहा है और लगातार उनके संबंध में जांच पड़ताल की जा रही है. पिछले चार दिनों से उनके बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा है. अवैध कब्जे मामले में उन्हें चार दिनों बाद जमानत दी गई. जमानत के तुरंत बाद एक अन्य मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. अब संभावना व्यक्त की जा रही है कि एससीएसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज होने के बाद यह पूरा मामला काफी लंबा हो सकता है.
जेल में मनेगी बाबा की दिवाली ?
कंप्यूटर बाबा को अपनी दिपावली भी इंदौर की सेंट्रल जेल में ही मनानी पड़ सकती है, वहीं उनके जो समर्थक या उनके जो शिष्य थे, उन्होंने भी कंप्यूटर बाबा से फिलहाल दूरी बना ली है, जिसके कारण अब यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि कंप्यूटर बाबा अब अपना बचा हुआ समय इंदौर के सेंट्रल जेल में ही काट सकते हैं.