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स्वच्छता के नंबर वन शहर की खुली पोल, इंदौर में भारी बारिश के बाद जलमग्न सड़कें

आर्थिक राजधानी इंदौर में तेज बारिश के बाद नगर निगन की पोल खुल गई है. इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में भारी जलभराव जीता जागता एक उदाहरण है कि इंदौर नगर निगम के दावे कितने हकीकत हैं और कितने कागजों पर उतरे.

roads are full After heavy rains
बारिश के बाद लबालब हुई सड़कें
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Published : Aug 22, 2020, 4:47 PM IST

इंदौर। राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर देखने को मिल रहा है. जिसके कारण नदी-नाले उफान पर हैं. तो वहीं दो दिन पहले इंदौर नगर निगम ने देश के सामने मिसाल पेश करते हुए स्वच्छता में नंबर वन का पायदान हासिल किया था. लेकिन तेज बारिश ने इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली और काम करने के तौर तरीके की पोल खोल दी है. इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में भारी जलभराव जीता जागता एक उदाहरण है कि इंदौर नगर निगम के दावे कितने हकीकत हैं और कितने कागजों पर.

बारिश के बाद लबालब हुई सड़कें

2 दिन पहले ही इंदौर की पूरे देश में स्वच्छता को लेकर बातें हो रही थी और इंदौर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों का विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा सम्मान किया जा रहा था. लेकिन शुक्रवार देर शाम से शुरू हुई बारिश ने इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी.

Streets filled with water
सड़कों पर भरा पानी

विभिन्न क्षेत्र चाहे इंदौर के वीआईपी क्षेत्र की बात की जाए या फिर पॉश इलाकों की बात की जाए या निचली बस्तियों की बात की जाए सभी भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गए हैं. वहीं जलमग्न होने के कारण लोगों का जनजीवन काफी अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं जिन क्षेत्रों में और जिन सड़कों पर निगम यह दावा करता था कि यहां जलमग्न नहीं हो सकता वहां सड़कों पर भी भारी भर गया है.

बारिश में डूबी गाड़ियां

वीआईपी रोड पर रोजाना अधिकारियों के साथ ही मंत्रियों का आना-जाना लगा रहता है. लेकिन इस रोड पर ही पूरे तरीके से पानी भरा गया और इसका सामना खुद नगर निगम के अमले में तैनात कचरा उठाने गई गाड़ियों को भी करना पड़ा, भारी जलभराव के कारण नगर निगम की गाड़िया पानी में डूब गई, जिसके कारण कर्मचारियों ने उन्हें वहीं पर छोड़ दिया और फरार हो गए. वहीं इसी तरह की स्थिति इंदौर शहर के अन्य क्षेत्रों में भी देखने को मिली. फिलहाल अधिकारी व्यवस्थाओं को दुरस्त करने की बात कर रहे हैं.

निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल

जिस तरह से 2 दिन पहले इंदौर ने स्वच्छता में सारे शहरों को पीछे छोड़कर नंबर वन का खिताब अपने नाम किया. उससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इंदौर नगर निगम किस तरह से काम करता है. वहीं जिस तरह से शुक्रवार देर शाम से बारिश की शुरुआत हुई और आज सुबह वह भारी बारिश में तब्दील हो गई और विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है. उससे निगम की कार्य प्रणाली पर कई तरह के प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं. फिलहाल अब देखना होगा कि नगर निगम अपनी व्यवस्थाओं को कब से दूर करता है.

इंदौर। राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में एक बार फिर तेज बारिश का दौर देखने को मिल रहा है. जिसके कारण नदी-नाले उफान पर हैं. तो वहीं दो दिन पहले इंदौर नगर निगम ने देश के सामने मिसाल पेश करते हुए स्वच्छता में नंबर वन का पायदान हासिल किया था. लेकिन तेज बारिश ने इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली और काम करने के तौर तरीके की पोल खोल दी है. इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में भारी जलभराव जीता जागता एक उदाहरण है कि इंदौर नगर निगम के दावे कितने हकीकत हैं और कितने कागजों पर.

बारिश के बाद लबालब हुई सड़कें

2 दिन पहले ही इंदौर की पूरे देश में स्वच्छता को लेकर बातें हो रही थी और इंदौर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों का विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा सम्मान किया जा रहा था. लेकिन शुक्रवार देर शाम से शुरू हुई बारिश ने इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी.

Streets filled with water
सड़कों पर भरा पानी

विभिन्न क्षेत्र चाहे इंदौर के वीआईपी क्षेत्र की बात की जाए या फिर पॉश इलाकों की बात की जाए या निचली बस्तियों की बात की जाए सभी भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गए हैं. वहीं जलमग्न होने के कारण लोगों का जनजीवन काफी अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं जिन क्षेत्रों में और जिन सड़कों पर निगम यह दावा करता था कि यहां जलमग्न नहीं हो सकता वहां सड़कों पर भी भारी भर गया है.

बारिश में डूबी गाड़ियां

वीआईपी रोड पर रोजाना अधिकारियों के साथ ही मंत्रियों का आना-जाना लगा रहता है. लेकिन इस रोड पर ही पूरे तरीके से पानी भरा गया और इसका सामना खुद नगर निगम के अमले में तैनात कचरा उठाने गई गाड़ियों को भी करना पड़ा, भारी जलभराव के कारण नगर निगम की गाड़िया पानी में डूब गई, जिसके कारण कर्मचारियों ने उन्हें वहीं पर छोड़ दिया और फरार हो गए. वहीं इसी तरह की स्थिति इंदौर शहर के अन्य क्षेत्रों में भी देखने को मिली. फिलहाल अधिकारी व्यवस्थाओं को दुरस्त करने की बात कर रहे हैं.

निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल

जिस तरह से 2 दिन पहले इंदौर ने स्वच्छता में सारे शहरों को पीछे छोड़कर नंबर वन का खिताब अपने नाम किया. उससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इंदौर नगर निगम किस तरह से काम करता है. वहीं जिस तरह से शुक्रवार देर शाम से बारिश की शुरुआत हुई और आज सुबह वह भारी बारिश में तब्दील हो गई और विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है. उससे निगम की कार्य प्रणाली पर कई तरह के प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं. फिलहाल अब देखना होगा कि नगर निगम अपनी व्यवस्थाओं को कब से दूर करता है.

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