इंदौर। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कई वारदातें पूर्व के दिनों में सामने आई हैं. इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में बैंक में लूट और अन्नपूर्णा क्षेत्र में डकैती की योजना बनाने वाले आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन दोनों ही मामलों में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनमें एक आरोपी गार्ड और दूसरा गार्ड के जान पहचान का आदमी था. ऐसी घटनाओं को देखते हुए पुलिस अब शहर की सिक्योरिटी एजेंसियों को गाइडलाइन जारी करेगी और यदि उसका पालन नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सिक्योरिटी कंपनी थाने में देगी जानकारी
इंदौर पुलिस ने पूर्व की घटनाओं से सबक लेते हुए सिक्योरिटी एजेंसी को गाइडलाइन जारी करने का मन बना लिया है. इस गाइडलाइन का पालन नहीं होने पर संबंधित सिक्योरिटी एजेंसी पर सख्त कार्रवाई करने का प्रावधान है. इंदौर डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने पूर्व की घटनाओं को देखते हुए कहा कि यदि किसी भी बैंक या क्षेत्र में सिक्योरिटी कंपनी के द्वारा जिस भी व्यक्ति को गार्ड के रूप में नियुक्त किया जाएगा, उसकी पूरी डीटेल सिक्योरिटी कंपनी के साथ ही संबंधित थाने पर देना जरूरी है और यदि इस तरह की डीटेल नहीं दी तो सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. वहीं जो गार्ड विभिन्न जगहों पर तैनात हैं, उनका अपराधिक रिकॉर्ड भी चेक करना होगा किसी भी आपराधिक रिकॉर्ड के व्यक्ति को बैंक या अन्य जगहों पर सुरक्षा एजेंसियों में तैनात नहीं किया जाएगा और यदि ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर सिक्योरटी एजेंसी के खिलाफ इंदौर पुलिस एक्शन लेगी.
बच्ची की खरीद फरोख्त मामले में आरोपी गिरफ्तार
इंदौर क्राइम ब्रांच व महिला पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाते हुए बच्चे की खरीद-फरोख्त के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक एक एनजीओ की संचालिका ने इंदौर क्राइम ब्रांच को सूचना दी थी कि कुछ लोगों के द्वारा बच्ची को बेचने के लिए फोन कॉल आ रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर उसने पूरे मामले की जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच को दी जिसके बाद इंदौर क्राइम ब्रांच व महिला पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इंदौर के तुकोगंज थाना क्षेत्र से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से 10 दिन की बच्ची को भी दस्तयाब कर लिया है.
नेटवर्क तक पहुंचाना चाहती है पुलिस
एडिशनल एसपी मनीषा पाठक सोनी ने बताया कि दोनों आरोपी 10 दिन की बच्ची को डेढ़ लाख रुपये में बेचने की योजना बना रहे थे, लेकिन उसके पहले ही दोनों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर महिला पुलिस के सुपुर्द कर दिया. इस पूरे मामले में दोनों आरोपियों से पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है. इंदौर समेत आसपास के क्षेत्रों में जो हॉस्पिटल हैं, उनका रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी हॉस्पिटल में बच्चे का जन्म हुआ और वहां से इस बच्ची को इन लोगों के द्वारा चुरा लिया गया. फिलहाल पुलिस पूरे ही मामले में लगातार जांच पड़ताल में जुटी हुई है और पुलिस का अनुमान है कि जल्द ही इसमें कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. एडिशनल एसपी ने कहा कि बच्चे की खरीद-फरोख्त के मामले में पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है ताकि इस केस जुड़े लोगों की जानकारी सामने आ सके.