इंदौर। जिले में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. फिलहाल जिले में ब्लैक फंगस के 500 मरीजों का इलाज चल रहा है. एमजीएम कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित के मुताबिक सरकारी महाराजा यशवंत राव होलकर और एमवाय हॉस्पिटल में 346 मरीज भर्ती हैं, वहीं निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या 200 के लगभग है. अबतक एमवाय हॉस्पिटल से 130 से अधिक मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. 340 लोगों की एंडोस्कोपी भी हो चुकी है. जिला प्रशासन लगातार इस बीमारी से लड़ने की जद्दोजहद में लगा हुआ है. लगातार इंजेक्शनों की आपूर्ति भी की जा रही है.
प्रशासन की तरफ से व्यवस्था दुरुस्त
वर्तमान में इंदौर में ब्लैक फंगस के मरीजों को लगने वाले एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है. इंजेक्शन की सप्लाई भोपाल से भी की जा रही है. वहीं बीते दिनों इंदौर को बड़ी मात्रा में इंजेक्शन की एक खेप भी मिली थी. जिसके बाद से वर्तमान में इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है. सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए इंजेक्शन उपलब्ध करा रहा है. डॉक्टर संजय दीक्षित के अनुसार रविवार को निजी अस्पतालों को 800 इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए थे. वही सरकारी अस्पताल को 600 इंजेक्शन मिले थे.
दवाई की भी व्यवस्था कर रहा प्रशासन
ब्लैक फंगस के जिन मरीजों को एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन देने से रायगर्स की समस्या हो रही है, उन्हें अल्टरनेट दवाइयां दी जा रही हैं. जिसमें पोसेकोजोनाल नामक दवाई दी जा रही है. वर्तमान में प्राथमिकता के आधार पर जिन्हें सबसे अधिक आवश्यकता है उन्हें इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं. ऐसे मरीज जिनके ब्रेन और आंखों में इंफेक्शन पहुंचा है, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है.
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शहर में बीते दिनों की अपेक्षा वर्तमान में मरीजों की संख्या में काफी कमी भी आई है. वहीं लगातार मरीज उपचार के बाद ठीक होकर अपने घर भी जा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन द्वारा लगातार दवाई और इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.