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कर्मचारियों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा निगम, बिना सेफ्टी किट के काम कर रहे कर्मचारी

शहर में बारिश से पूर्व जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है. इस दौरान निगम कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि उन्हें सेफ्टी किट नहीं दिया जा रहा है.

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Published : Feb 17, 2019, 11:37 PM IST

सुरक्षा से खिलवाड़

इंदौर। नगर निगम पिछले कई दिनों से शहर के अलग-अलग इलाकों में चिह्नित जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई कर रहा है, इस दौरान निगम कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि उन्हें सेफ्टी किट नहीं दिया जा रहा है, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है.

सुरक्षा से खिलवाड़
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शहर में बारिश से पूर्व जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है. लगातार चल रही इस मुहिम में निगम के कई कर्मचारी भी तैनात रहते हैं. जब मशीनों से काम नहीं होता तो इन्हीं कर्मचारियों के सहारे निगम जर्जर भवनों को गिराने का काम करता है, लेकिन इन्हीं कर्मचारियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

रविवार को भी नगर निगम की टीम सांवेर रोड के सेक्टर ए में जर्जर पानी की टंकी गिराने पहुंची थी. इस दौरान टंकी गिराने से पहले निगम द्वारा उसे खाली मैदान में कमजोर कर गिराने की प्रक्रिया अपनाई गई. इस दौरान जब कर्मचारियों ने काम करना शुरू किया तो उन्हें जेसीबी के सहारे टंकी के आधे हिस्से तक पहुंचाया गया, इस दौरान न तो कर्मचारियों के सिर पर हेलमेट था, न ही सुरक्षा के अन्य संसाधन.

निगम अधिकारियों के सामने ही बिना किसी सेफ्टी किट के कर्मचारी काम कर रहे थे. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जब एक जिम्मेदार विभाग अपने कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रख रहा है और ऐसे में कोई घटना घटित हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. हालांकि, अधिकारियों से इस बारे में बात करने पर वह सवाल को टालते नजर आये.

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इंदौर। नगर निगम पिछले कई दिनों से शहर के अलग-अलग इलाकों में चिह्नित जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई कर रहा है, इस दौरान निगम कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि उन्हें सेफ्टी किट नहीं दिया जा रहा है, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है.

सुरक्षा से खिलवाड़
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शहर में बारिश से पूर्व जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है. लगातार चल रही इस मुहिम में निगम के कई कर्मचारी भी तैनात रहते हैं. जब मशीनों से काम नहीं होता तो इन्हीं कर्मचारियों के सहारे निगम जर्जर भवनों को गिराने का काम करता है, लेकिन इन्हीं कर्मचारियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

रविवार को भी नगर निगम की टीम सांवेर रोड के सेक्टर ए में जर्जर पानी की टंकी गिराने पहुंची थी. इस दौरान टंकी गिराने से पहले निगम द्वारा उसे खाली मैदान में कमजोर कर गिराने की प्रक्रिया अपनाई गई. इस दौरान जब कर्मचारियों ने काम करना शुरू किया तो उन्हें जेसीबी के सहारे टंकी के आधे हिस्से तक पहुंचाया गया, इस दौरान न तो कर्मचारियों के सिर पर हेलमेट था, न ही सुरक्षा के अन्य संसाधन.

निगम अधिकारियों के सामने ही बिना किसी सेफ्टी किट के कर्मचारी काम कर रहे थे. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जब एक जिम्मेदार विभाग अपने कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रख रहा है और ऐसे में कोई घटना घटित हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. हालांकि, अधिकारियों से इस बारे में बात करने पर वह सवाल को टालते नजर आये.

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Intro:इंदौर नगर निगम के द्वारा पिछले कई दिनों से शहर के अलग-अलग इलाकों में घोषित किए गए जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है लेकिन इस दौरान निगम कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे, रविवार को भी जर्जर टंकी गिराने गए निगम के अमले ने जब टंकी को गिराने की प्रक्रिया शुरू की तो ऐसी ही लापरवाही देखने को मिली


Body:इंदौर नगर निगम के द्वारा लगातार शहर में बारिश से पूर्व जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है लगातार चल रही इस मुहिम में निगम के कई कर्मचारी भी तैनात रहते हैं जब मशीनों से काम नहीं होता तो इन्हीं कर्मचारियों के सहारे निगम जर्जर भवनों को गिराने का काम करता है लेकिन इन्हीं कर्मचारियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है रविवार को भी नगर निगम की टीम सांवेर रोड के सेक्टर ए में जर्जर पानी की टंकी गिराने पहुंची थी इस दौरान टंकी गिराने से पहले निगम के द्वारा उसे खाली मैदान में कमजोर कर गिराने की प्रक्रिया अपनाई गई इस दौरान जब कर्मचारियों ने काम करना शुरू किया तो उन्हें जेसीबी के सहारे टंकी के आधे हिस्से तक पहुंचाया गया इस दौरान ना तो कर्मचारियों के सर पर हेलमेट था ना ही सुरक्षा के अन्य संसाधन निगम के अधिकारियों के सामने ही इस तरह से कर्मचारी काम कर रहे थे अब ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जब एक जिम्मेदार विभागीय अपने कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रख रहा हो और ऐसे में कोई घटना घटित हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा हालांकि अधिकारियों से इस बारे में बात करना चाहिए तो वह सवाल को टालते नजर आए

बाईट - महेंद्र सिंह, उपायुक्त, नगर निगम इंदौर


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