इंदौर। कोरोना काल के चलते इस बार शहर में चोरी और डकैती के ग्राफ में काफी गिरावट आई है. इसका मुख्य कारण लॉकडाउन है, जिसे खुद इंदौर पुलिस मान रही है, लेकिन लॉकडाउन के बाद से विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार चोरी और डकैती की वारदातें सामने आ रही है. वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही ऐसी वारदातों को रोकने के लिए एक योजना बनाई जा रही है.
पिछले साल 2020 में लॉकडाउन की वजह से चोरी और डकैती के ग्राफ में काफी कमी आई. साल 2020 के आंकड़ों की बात करें, तो चोरी के तकरीबन 435 मामले सामने आए. वहीं साल 2019 में चोरी के आंकड़े 717 के आसपास थे. इस तरह से अगर चोरी के आंकड़ों की बात की जाए, तो 40 फीसदी चोरी के आंकड़ों में कमी आई है.
लॉकडाउन की वजह से नहीं हुई चोरी और डकैती
साल 2020 में तकरीबन जून माह तक लॉकडाउन रहा, जिसके कारण अधिकतर समय पुलिस विभिन्न क्षेत्रों में चेकिंग अभियान चला रहा था. इसी वजह से साल 2020 में चोरी के आंकड़ों में काफी कमी देखने को मिली. डकैती के मामलों में भी अंकुश लगा. हालांकि, जिस तरह से धीरे-धीरे जून के बाद से लॉकडाउन हटा. उसके बाद से विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार चोरी की वारदातें सामने आने लगी, लेकिन पुलिस का कहना है कि इन वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
एरोड्रम थाना क्षेत्र में एक डकैती की वारदात सामने आई, जिसे अंजाम देने के लिए बाग टांडा की टीम इंदौर पहुंची. इसी तरह पुरवा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों एक हॉस्टल में महिला ने अपने दो बच्चों के साथ चोरी की वारदात को अंजाम दिया, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, लेकिन उसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली है.