इंदौर। कोरोना का कहर लगातार शहर में बढ़ रहा है. इसी कड़ी में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. वहीं सेंट्रल जेल प्रबंधक ने कई तरह की व्यवस्था भी की है.
सेंट्रल जेल में दो कैदियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जेलर और स्टाफ सहित 43 लोगों की कोरोना जांच करवाई गई है. वहीं 96 कैदियों की स्क्रीनिंग करवाई है, ताकि उनमें कोई लक्षण हो तो तुरंत पता चल जाए. इसके अलावा गेट पर सेनिटाइजर मशीन लगाई गई है. अब जेल में कोरोना को लेकर विशेष सुरक्षा व्यवस्थाएं की गई हैं. सेंट्रल जेल के जेलर लक्ष्मण भदौरिया के अनुसार दो कैदी नासिर खान और हुकुम सिंह के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से स्टाफ और कैदियों में एक डर बना हुआ था. उन्हें शंका थी कि कहीं वो भी इन कैदियों के संपर्क में आने से संक्रमित तो नहीं हो गए. इसके चलते कुल 43 लोगों का सैंपल भेजा है.
वहीं जेल से अब तक 30 हजार मास्क बनाकर बेच दिए गए हैं. यही वॉशेबल मास्क कैदियों को भी दिए गए हैं. 147 कैदियों को पेरोल पर रिहा किया गया है. वहीं करीबन 380 ऐसे कैदियों को जमानत पर रिहा किया गया है, जिनकी सजा 5 साल से कम है. बाकि कैदियों से परिवार वालों की मुलाकात बंद है, लेकिन करीबन 800 कैदियों की रोज उनके परिवार वालों से फोन पर बात करवाई जा रही है. इसके लिए 4 टेलीफोन लगाए गए हैं. जेल प्रबंधक के अनुसार आइसोलेशन के लिए एक अलग वार्ड बनाया गया है. इसमें नए कैदियों और पेरोल पर आने वाले कैदियों को शुरुआत के 16 दिन तक रखा जाता है. उसके बाद ही उन्हें अंदर बैरक में जगह दी जाती .
कोरोना को लेकर जेल विभाग काफी सतर्कता से काम कर रहा है. जब कोरोना ने शहर में दस्तक दी थी, उसके बाद से जेल प्रबन्धक ने काफी व्यवस्थाओं को जुटा लिया था. फिलहाल उसके बाद भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जेल में हड़कंप मच गया है.