होशंगाबाद। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में पिछले दो दिन से डर का पर्याय बना जय नामक बाघ को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है. जिसने गांव घुसकर कर एक महिला और 3 मवेशियों का शिकार किया था.
वन विभाग की टीम शुक्रवार शाम से ही लागतार टाइगर की सर्चिंग कर रही थी. जिसके लिए हाथियों की मदद ली गई. बाघ के गले में जीपीएस कॉलर आईडी सिस्टम से बाघ की लोकेशन गांव के आसपास बताई जा रही थी. बता दें कि पिपरिया में बांधवगढ़ से लाए गए टाइगर ने जमकर दहशत का माहौल पैदा कर दिया था. बाघ लगातार दो दिन से गांव में पालतू जानवर और ग्रामीणों का शिकार कर रहा है. शुक्रवार सुबह खेत में सो रही 45 वर्षीय समदिया बाई को भी मार दिया था.
बाघ को कुछ दिन पहले ही बांधवगढ़ नेशनल पार्क से लाकर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पचमढ़ी के नजदीक अभ्यारण में छोड़ा गया था जो कि अपनी टेरटरी बनाने के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों से पिछले 2 दिन से शिकार कर रहा था. जिसके बाद आक्रोशित आदिवासी और ग्रामीणों ने वन विभाग के रेस्ट हाउस और चौकियों पर तोड़फोड़ कर आगजनी कर दी थी. साथ ही पचमढ़ी मटकुली मार्ग पर चक्का जाम कर दिया था. इस दौरान वन विभाग विभाग कर्मचारी भाग खड़े भी हुए है.