होशंगाबाद। पटना से बेंगलुरू जा रही संघमित्रा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में दानपुर से सफर कर रहे एक परिवार की 6 माह की बच्ची की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके इलाज के लिए इटारसी रेलवे स्टेशन पर करीब डेढ़ घंटे तक संघमित्रा एक्सप्रेस खड़ी रही. जिसके बाद बच्ची को इलाज मिल सका. बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते डॉक्टर्स इलाज करने में डर रहे थे. डेढ़ घंटे तक प्लेटफार्म पर ट्रेन खड़ी रहने के चलते यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल भी बन गया था.
दरअसल, इटारसी रेलवे स्टेशन पर संघमित्रा एक्सप्रेस से दानापुर से यात्रा कर रहे पुरूषोत्तम की बहन रिमझिम की छह महीने की बेटी बीच रास्ते में उल्टी दस्त से बीमार हो गई. जिसकी सूचना ट्रेन के गार्ड को दी गई. जिसके बाद इटारसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पहुंची. लेकिन उसके बावजूद भी करीब डेढ़ घंटे बाद बच्ची को इलाज मिल सका. इस दौरान रेलवे की महिला डॉक्टर अपूर्वा ने बच्ची का इलाज किया. ट्रेन इटारसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर आई हुई थी. डेढ़ घंटे तक प्लेटफार्म पर ट्रेन खड़ी रहने के चलते यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल भी बन गया था.
डेढ़ घंटे तक रेलवे स्टेशन पर ट्रेन खड़ी होने की वजह से मौके पर पहुंची रेलवे स्टेशन प्रबंधक राजीव चौहान और आरपीएफ टीआई देवेंद्र कुमार ने बच्ची के ट्रीटमेंट के बाद ट्रेन को रवाना किया. आपको बता दें कि इन दिनों कोरोना से डॉक्टर भी डरे हुए हैं. इसी वजह से वह इलाज करने में घबरा रहे हैं और मरीजों का बामुश्किल इलाज कर रहे हैं.