होशंगाबाद। नर्मदा नदी में रोक के बावजूद ठेकेदार लोगों की जान जोखिम में डालकर नावों का संचालन कर रहे हैं. वो भी बिना सुरक्षा उपकरणों के. जिले मे स्थित तवा डेम के कई बार गेट खोले जा चुके है, जिसके चलते अचानक नर्मदा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है.
जिला प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं अवैध नाव संचालक, जान जोखिम में डाल नदी पार करते हैं लोग
होशंगाबाद के सिवनी मालवा में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से जिला प्रशासन ने नाव के संचालन पर रोक लगा दी है, बावजूद इसके कुछ दबंग लोगों की जान जोखिम में डालकर नदी पार करवा रहे हैं.
जिला प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं अवैध नाव संचालक
होशंगाबाद। नर्मदा नदी में रोक के बावजूद ठेकेदार लोगों की जान जोखिम में डालकर नावों का संचालन कर रहे हैं. वो भी बिना सुरक्षा उपकरणों के. जिले मे स्थित तवा डेम के कई बार गेट खोले जा चुके है, जिसके चलते अचानक नर्मदा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है.
Intro:इसे आम लोगो की मूर्खता कहें, या नाव ठकेदार की दबंगाई या फिर प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही या साठगांठ, क्योंकि ये नजारा देख ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले मे सबकुछ संभव है। यहाँ नर्मदा नदी मैं रोक के बावजूद नाव ठेकेदार पूरी दबंगाई से नाव का संचालन करता है, वो भी बिना सुरक्षा उपकरणों के यात्रियों की जान जोखिम मैं डाल लेकिन उसे कोई भी जिम्मेदार नही रोकता है। नाव मैं बैठकर कम समय मैं अपने नियत स्थान पर पहुचने वाले आम लोगो को मूर्ख भी कहे तो अतिश्योक्ति नही होगी क्योंकि इसी जिले मे स्थित तवा डेम के कई बार गेट खोले जा चुके है। जिसके चलते अचानक नर्मदा नदी का जलस्तर भी बढ़ता है लेकिन इन्हें देख ऐसा लगता है कि इन्हें न तो अपनी फिक्र है न ही अपनो की।Body:वही प्रशासनिक अधिकारियों की बात की जाए तो उसने उम्मीद कम ही है क्योंकि आज से नही वर्षो से होशंगाबाद जिले की तहसील सिवनी मालवा के आठो नर्मदा नदी के नाव घाटो पर खुलेआम नियमो का मख़ौल उड़ता रहा है लेकिन ये कभी सख्त कार्यवाही जनहित मैं नही कर पाए है। अब इसे लापरवाही कहे या साठगांठ आप स्वयं समझदार है।
Conclusion:आपको बता दे कि बारिश के दिनों मैं प्रशासन के नियमानुसार नाव घाटो के संचालन पर पूर्णत प्रतिबंध रहता है। वही नियम ये भी है कि नाव मैं पर्याप्त सुरक्षा उपकरण होने चाहिए, किराए की यात्रियों को रसीद दी जानी चाहिए वो भी जनपद पंचायत की सील लगी हुई और सीरियल नंबर वाली। लेकिन यहां कितने नियमो का पालन किया जाता है जब आप वहाँ से गुजरे तो जरूर देखें, ओर जिम्मेदारो को उनकी जिम्मेदारियों का फोन लगा एहसास भी कराए। वही इस बात का ध्यान रखे कि बारिश के दिनों मैं अपनी ओर अपनो की जान जोखिम मैं डाल महज कुछ समय बचाने के चक्कर मे नियमो का उलंघन न करे।
बाइट-रविशंकर राय एसडीएम सिवनी मालवा
Conclusion:आपको बता दे कि बारिश के दिनों मैं प्रशासन के नियमानुसार नाव घाटो के संचालन पर पूर्णत प्रतिबंध रहता है। वही नियम ये भी है कि नाव मैं पर्याप्त सुरक्षा उपकरण होने चाहिए, किराए की यात्रियों को रसीद दी जानी चाहिए वो भी जनपद पंचायत की सील लगी हुई और सीरियल नंबर वाली। लेकिन यहां कितने नियमो का पालन किया जाता है जब आप वहाँ से गुजरे तो जरूर देखें, ओर जिम्मेदारो को उनकी जिम्मेदारियों का फोन लगा एहसास भी कराए। वही इस बात का ध्यान रखे कि बारिश के दिनों मैं अपनी ओर अपनो की जान जोखिम मैं डाल महज कुछ समय बचाने के चक्कर मे नियमो का उलंघन न करे।
बाइट-रविशंकर राय एसडीएम सिवनी मालवा