ETV Bharat / state

घातक black fungus ! इंफेक्शन के कारण व्यक्ति की एक आंख की रोशनी गई - who was cured of covid due to black fungus

होशंगाबाद जिले के इटारसी में न्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस का पहला मामला सामने आया है. जिसमें कोरोना से स्वस्थ होने के बाद, ब्लैक फंगस इंफेक्शन के कारण मरीज की एक आंख की रोशनी चली गई है.

First case of black fungus
ब्लैक फंगस का पहला मामला
author img

By

Published : May 13, 2021, 1:30 PM IST

Updated : May 13, 2021, 2:27 PM IST

होशंगाबाद। कोविड महामारी में संक्रमण बढ़ने के साथ धीरे-धीरे अब स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में अच्छा इजाफा हो रहा है. लेकिन कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद भी मरीजों को नई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. होशंगाबाद जिले के इटारसी में न्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस का पहला मामला सामने आया है. जिसमें कोरोना से स्वस्थ होने के बाद मरीज की एक आंख की रोशनी चली गई.

डॉ. राजेश शर्मा

बढ़ रहा आंखों का इंफेक्शन

इटारसी के प्रताप वर्मा 4 अप्रैल को कोविड पॉजिटिव हुए थे. जिसके इलाज के लिए उन्हें नर्मदा अपना अस्पताल में भर्ती किया गया. उपचार के बाद प्रताप वर्मा कोरोना से तो ठीक हो गए, लेकिन उनकी आंखों में ब्लैक फंगस आ गया. इंफेक्शन इतना तेजी से बढ़ा की उनकी एक आंख की रोशनी ही चली गई. अब दिन प्रतिदिन पीड़ित की हालत बिगड़ती जा रही है. उनकी आंखों का इंफेक्शन बढ़ता जा रहा है. पिछले दिनों प्रताप वर्मा की मां भी कोविड से पीड़ित थी और उनकी मौत हो गई थी.

सरबजीत सिंह मोखा के हैं राजनीतिक संबध, बीजेपी विधायक के गंभीर आरोप

स्टेरॉइड के कारण मरीजों में बढ़ा शुगर लेवल

विशेषज्ञों के मुताबिक ब्लैक फंगस इंफेक्शन के मामले सामने आ रहे हैं. मरीजों के इलाज में उपयोग होने वाले स्टेरॉइड के कारण मरीजों का शुगर लेवल बढ़ जाता है, ऐसे हालात में मरीजों को ब्लैक फंगल इन इंफेक्शन होता है. यह संक्रमित व्यक्ति के दिमाग तक पहुंच जाता है और यह स्थिति मरीज के लिए घातक हो सकती है. कुछ मामलों में मरीजों की एक आंख हमेशा के लिए हटानी पड़ती है.

होशंगाबाद। कोविड महामारी में संक्रमण बढ़ने के साथ धीरे-धीरे अब स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में अच्छा इजाफा हो रहा है. लेकिन कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद भी मरीजों को नई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. होशंगाबाद जिले के इटारसी में न्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस का पहला मामला सामने आया है. जिसमें कोरोना से स्वस्थ होने के बाद मरीज की एक आंख की रोशनी चली गई.

डॉ. राजेश शर्मा

बढ़ रहा आंखों का इंफेक्शन

इटारसी के प्रताप वर्मा 4 अप्रैल को कोविड पॉजिटिव हुए थे. जिसके इलाज के लिए उन्हें नर्मदा अपना अस्पताल में भर्ती किया गया. उपचार के बाद प्रताप वर्मा कोरोना से तो ठीक हो गए, लेकिन उनकी आंखों में ब्लैक फंगस आ गया. इंफेक्शन इतना तेजी से बढ़ा की उनकी एक आंख की रोशनी ही चली गई. अब दिन प्रतिदिन पीड़ित की हालत बिगड़ती जा रही है. उनकी आंखों का इंफेक्शन बढ़ता जा रहा है. पिछले दिनों प्रताप वर्मा की मां भी कोविड से पीड़ित थी और उनकी मौत हो गई थी.

सरबजीत सिंह मोखा के हैं राजनीतिक संबध, बीजेपी विधायक के गंभीर आरोप

स्टेरॉइड के कारण मरीजों में बढ़ा शुगर लेवल

विशेषज्ञों के मुताबिक ब्लैक फंगस इंफेक्शन के मामले सामने आ रहे हैं. मरीजों के इलाज में उपयोग होने वाले स्टेरॉइड के कारण मरीजों का शुगर लेवल बढ़ जाता है, ऐसे हालात में मरीजों को ब्लैक फंगल इन इंफेक्शन होता है. यह संक्रमित व्यक्ति के दिमाग तक पहुंच जाता है और यह स्थिति मरीज के लिए घातक हो सकती है. कुछ मामलों में मरीजों की एक आंख हमेशा के लिए हटानी पड़ती है.

Last Updated : May 13, 2021, 2:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.