होशंगाबाद। इटारसी के श्यामाप्रसाद मुखर्जी अस्पताल में कलेक्टर शैलेंद्र सिंह के दौरे के मद्देनजर पूरा हॉस्पिटल स्टाफ और डॉक्टर्स अलर्ट नजर आए, लेकिन इस दौरान मरीज पूरी तरह से उपेक्षित रहे.
यहां केसला गांव के रहने वाले आग से झुलसे पति-पत्नी भी इलाज का इंतजार करते रहे, लेकिन कलेक्टर के दौरे के कारण मुस्तैद डॉक्टर और स्टाफ ने उन्हें देखने तक की ज़हमत नहीं उठाई. जब उनके सब्र का बांध टूट गया, तो वे खुद ही इमरजेंसी डॉक्टर के कक्ष में गए, तो वहां भी डॅाक्टर ने उन्हें यह कहकर भेज दिया कि कलेक्टर आ रहे हैं, यहां से हट जाओ.
इधर अपनी पत्नी को दर्द में कराहता देखकर और डॅाक्टरों के अशिष्ट व्यवहार से नाराज पीड़ित पति ने हंगामा किया. उसने डॉक्टरों पर इलाज नहीं करने में लापरवाही के आरोप भी लगाए. चूंकि कलेक्टर को आने में सिर्फ15 मिनट ही बचे थे, इसलिए आनन-फानन में डॉक्टरों ने पति-पत्नी को निजी अस्पताल होशंगाबाद के लिए एंबुलेंस बुलाकर रेफर कर दिया. बहरहाल कलेक्टर के दौरे ने कई मरीजों को इलाज से वंचित कर दिया, जिसमें अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही उजागर हुई है.