नर्मदा पुरम। जिले के सबसे बड़े तवा डैम के गेट अब पर स्काडा सिस्टम लग गया है. इसे सिस्टम से बांधों के सभी गेटों को जोड़ दिया गया है. बांध के गेट खेलने के लिए बस एक बटन क्लिक करेंगे. इसके बाद तय की मात्रा का पानी बाहर हो जाएगा. सिस्टम का विशेषज्ञ परीक्षण कर रहे हैं. इसे ऑपरेट करने के लिए कंट्रोल रूम अलग बनाया गया है. इसका कार्य जल मौसम विज्ञान संभाग केंद्र क्रमांक 1 भोपाल द्वारा कार्य किया जा रहा है.
गेट खोलने के लिए कर्मचारियों को बांध पर नहीं आना पड़ेगा: तवा जल संसाधन विभाग नर्मदापुरम के एसई वीके जैन ने बताया कि ''स्काडा तकनीक से बांध को लैस कर उसके गेटों को सेंसर से जोड़ा गया है. इसके बाद अब बांध के गेट खोलने के लिए कर्मचारियों को बांध पर नहीं आना पड़ेगा. नए कंट्रोल रूम में ही सिस्टम पर छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा दर्ज कर एक बटन पर क्लिक किया जाएगा. इसके बाद बांध के गेट खुल जाएंगे. स्काडा सिस्टम चेतस कंपनी बेंगलुरु ने यह सिस्टम लगाया है. इसका परीक्षण किया जा चुका है.''
स्काडा सिस्टम से गेटों को किया ऑपरेट: एसई वीके जैन ने बताया कि ''बारिश के समय डेम में जल भराव होने पर गेटों को खोलने के लिए कर्मचारी-अधिकारियों की टीम बांध पर जाकर गेटों को हाईडे्रालिक सिस्टम के जरिए खोलते थे. स्काडा सिस्टम से तवा डेम के 13 गेटों को ऑपरेट किया जा रहा है.'' तवा डेम के अधिकारियों के अनुसार, 58 मीटर ऊंचे और 1815 मीटर लंबे डेम में 45 वाय 50 के 13 गेट लगाए गए हैं.
सुरक्षित रहेगा बांध: बारिश में गेट खोलने की स्थिति बनते ही कंट्रोल रूम से कर्मचारी डैम से पानी जितना डिस्चार्ज करना है, स्काड़ा सिस्टम पर दर्ज करेगा. इसमें किस गेट से पानी को डिस्चार्ज किया जाना है, उसका नंबर भी डाला जाएगा. इसके बाद एक क्लीक करते ही बांध का गेट खुल जाएगा. उससे दर्ज की गई मात्रा का पानी निकलते ही वह बंद भी हो जाएगा. सिस्टम के लिए कंट्रोल रूम में ही बॉक्स और सेंसर कंम्प्यूटर आदि लगाए गए हैं. स्काडा सिस्टम लगने से बांध हाईटेक होने के साथ सुरक्षित भी रहेगा.