नर्मदापुरम। आज 1 अक्टूबर रविवार से सतपुड़ा समेत प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व खुल गए. सुबह 6 बजे सतपुड़ा की मढ़ई, चूरना रेंज के गेट खुले. टाइगर और अन्य वन्यप्राणियों का दीदार करने बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचे. सतपुडा टाइगर रिजर्व मढ़ई में इस बार पर्यटकों के लिए ज्यादा रोमांचक होने वाला है, क्योंकि पर्यटक केवल जंगल सफारी नहीं बल्कि क्वाटर राइडिंग डेस्टिनेशन डेस्टिनेशन लंच और ट्रेकिंग का मजा भी ले पाएंगे.
जल मार्ग से जंगल सफारी: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में पहली बार जिप्सी नहीं, बल्कि जल मार्ग से जंगल सफारी कर सकते हैं. तवा रिसॉर्ट से मढ़ई तक वोट का सफर किया जायेगा और वहां से जिससे जंगल सफारी कर सकते हैं. मड़ई और चूरना रेंज में महिलाओं के घूमने के लिए महिला ड्राइवर और महिला गाइड की सुविधा होगी. इंडिया टीम के क्रिकेटर नमन ओझा भी अपनी फैमिली के साथ पहले दिन मढ़ई पहुंचे. ओझा ने बोट सफारी और जिप्सी से जंगल सफारी की. पर्यटकों का मढ़ई और चूरना में फूल-माला पहनाकर स्वागत हुआ.
सैलानियों को पौधे भेंट किए: मढ़ई विगत 30 जून से सैलानियों के लिए बंद था. मढ़ई में पहले दिन सुबह 6 बजे सारंगपुर तट पर सहायक संचालक अंकित जामोद ने बताया कि ''इंडिया टीम के क्रिकेटर अमन ओझा, कलेक्टर नरसिंहपुर रिजु बाफना की पत्नी ने फीता काटकर मढ़ई टूरिज्म को पर्यटकों के लिए खोला. इस दौरान मढ़ई पर्यटन केंद्र की ओर से सैलानियों को पौधे भेंट किए गए. अधिकारियों ने हरी झंडी दिखा कर जिप्सी को रवाना किया.
सैलानियों ने देखा लेपर्ड एवं चीतल: मढ़ई में पहले दिवस पुणे, भोपाल, हैदराबाद आदि के पर्यटक जंगल सफारी के लिए पहुंचे थे. मॉर्निंग शिफ्ट में 19 जिप्सियों की ऑनलाइन बुकिंग की गई थी. 3 अक्टूबर तक सभी जिप्सियां और होटल बुक हैं, जंगल सफारी के बाद पर्यटकों ने अपने अनुभव बांटते हुए कहा सफारी के दौरान जंगल में स्वतंत्र विचरण करते हुए मोर, चीतल, बायसन, नीलगाय एवं लेपर्ड भी दिखाई दिया.