नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में टाइगर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद एसटीआर के सभी वरिष्ठ अधिकारी व तत्काल डॉग स्कॉट की सहायता से आसपास में सर्चिंग चालू की, लेकिन आसपास में किसी प्रकार का कोई साक्ष्य नहीं पााया गया. संदिग्ध अवस्था में हुई बाघ की मौत के बाद एसटीआर प्रतिनिधियों एवं वन्य प्राणी चिकित्सा दल ने प्रोटोकॉल के अनुसार बाघ का पोस्टमार्टम कर उसे जला दिया.
प्रोटोकॉल के अनुसार हुआ पोस्टमार्टम: एसटीआर प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार एसटीआर क्षेत्र के अंतर्गत चूरना परिक्षेत्र की डबरा देव बीट में गश्ती के दौरान एक बाघ का शव पाया गया. तुरंत ही सूचना मिलते ही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के सभी वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और डॉग स्क्वाड की मदद से क्षेत्र की तलाशी ली गई. परंतु आसपास काफी खोज करने पर बाघ के मृत्यु संबधी कोई भी साक्ष्य टीम नहीं मिले. एसटीआर क्षेत्र संचालक, उप संचालक और NTCA के प्रतिनिधि की उपस्थिति में वन्यप्राणी चिकित्सक दल की ओर से बाघ का पोस्टमार्टम NTCA के प्रोटोकॉल के अनुसार कराया गया.
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क्षत विक्षत अवस्था में पाया गया था बाघ का शवः बाघ का शव क्षत विक्षत अवस्था में पाया गया था जो कि लगभग 5 से 7 दिन पुराना था. स्थानीय अमले के बताए अनुसार यह बाघ काफी समय से इसी क्षेत्र में अपना इलाका बनाकर रह रहा था. परीक्षण के लिए पोस्टमार्टम के दौरान बाघ के अवयवों को एकत्रित कर लिया गया, जिसके बाद बाघ के शव को सभी वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एनटीसीए के प्रोटोकॉल अनुसार जला दिया गया.