नर्मदापुरम। शिक्षक सम्मान कार्यक्रम में इटारसी पहुंचे कांग्रेस के कद्दावर नेता दीपक जोशी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि ''भाजपा करप्ट और क्रिमिनल की पार्टी रह गई है.'' (Deepak Joshi Targeted Shivraj Government) उन्होंने कहा कि ''भाजपा जनसेवा की राह से भटक गई है, बीजेपी में आज कार्यकर्ता नहीं आ रहे हैं. कार्यकर्ता के नाम पर वह लोग रह गए हैं जो सत्ता का दोहन कर अपने परिवार और अपने आप को मजबूत बनाना चाहते हैं.
सौदे के कारण हुआ मंत्री मंडल विस्तार: दीपक जोशी ने कहा कि ''बीजेपी के शासन में माफियावाद हावी हो गया है. देवास और भोपाल में मेरे पिता कैलाश जोशी के नाम पर कुछ नहीं हुआ. हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा भाजपा ने हर चीज को सौदेबाजी से जोड़ा. मंत्री मंडल विस्तार भी किसी सौदे के कारण हुआ है. या तो उनको रुकसत करने का इरादा है, या वोटबैंक की राजनीति का. डेढ महीने में कोई मंत्री कैसे अपने विभाग का संपादन करेगा, जनता के हित में यह फैला कारगर साबित नहीं होगा.''
शिवराज सिंह के खिलाफ बुधनी से लड़ूंगा चुनाव: चुनाव लड़ने के सवाल पर दीपक जोशी ने कहा कि ''मैं कांग्रेस में किसी पद प्रतिष्ठा के लालच में नहीं आया. पार्टी मुझे देवास जिले की किसी एक सीट से चुनाव लड़ाना चाहती है. अगर पार्टी मौका दे तो मैं शिवराज सिंह के खिलाफ बुधनी विधानसभा से चुनाव लडूंगा.''
दीपक जोशी ने कहा, ''मैं बिना शर्त केवल सम्मान की खातिर कांग्रेस में शामिल हुआ हूं, अगर पार्टी कहेगी तो मैं शिवराज सिंह के खिलाफ बुधनी से चुनाव लड़ूंगा.''
शिवराज सिंह केवल चुनाव जीतना चाहते हैं: दीपक जोशी ने आगे कहा कि ''शिवराज और मैं एक ही कॉलेज में पढ़े हैं, वह मुझसे तीन साल जूनियर हैं, मैं उन्हें छात्र राजनीति से जनता हूं. शिवराज सिंह का लक्ष्य केवल चुनाव लड़ना और जीतना रहता है, चाहे फिर लोकतंत्र का गला घोट दिया जाए. उनके दाव पेंच से में भली भाती परिचित हूं.
Also Read: |
दीपक जोशी का राजनीतिक सफर: तीन बार के विधायक दीपक जोशी पहली बार 2003 में विधायक चुने गए थे. दीपक जोशी 2003 में देवास जिले के बागली और 2008 में हाटपिपलिया से विधायक बने. इसके बाद उन्होंने 2013 में विधानसभा का चुनाव जीता और फिर वह शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री बने. हालांकि 2018 में वह कांग्रेस के उम्मीदवार मनोज चौधरी से चुनाव हार गए. साल 2020 में सिंधिया गुट के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद मनोज चौधरी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद बाद में हुए उपचुनाव में दीपक जोशी बीजेपी की ओर से चुनाव जीतकर विधायक बने.