नर्मदापुरम। मिशन 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज नर्मदापुरम पहुंचे. जहां उन्होंने आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमें चिंतन और गहरा आत्म चिंतन करने की जरूरत है. इस दौरान उन्होंने शिवराज सरकार पर भी कई तीखे वार किए. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें आज चिंतन की आवश्यकता है, देश के साथ जो हो रहा है. हमें समझना होगा. kamal nath visit narmadapuram, narmadapuram former cm addressed public, kamal nath advised people to think self reflection
भाषा, जाति और धर्म के आधार पर बांटा जा रहा: पूर्व सीएम ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा कोई देश नहीं जहां इतनी जातियां, इतने त्यौहार और इतने देवी देवता हों. देश हमारा एक झंडे के नीचे खड़ा हुआ है. वो इसलिए क्योंकि यह भारत की संस्कृति है. भारत की संस्कृति दिलों को जोड़ती है. हमारी संस्कृति को कैसे बचाया जाए, इसके लिए हमें आत्म मंथन की जरूरत है. आने वाली पीढ़ियों को हम कैसा प्रदेश सौंपने वाले हैं. कमलनाथ ने कहा कि आज कैसे भाषा, जाति और धर्म के आधार पर विवाद की स्थिति बन रही है. 30 साल से खाली स्थान का नारा नहीं सुना था, अब पंजाब में खालिस्तान के नारे शुरू हो गए. हम कहां जा रहे हैं. बाबा साहब अंबेडकर ने देश को ऐसा संविधान दिया, जहां देश में कितने विभिन्नता और अनेकता है. उनका बनाया हुआ संविधान पूरे विश्व में मशहूर है.
Balaghat Nikay Chunav Voting: दो नगरीय निकायों में मतदान जारी, लोगों में दिखा उत्साह
15 महीने की सरकार में चुनौतियों का सामना किया: कमनलाथ ने कहा कि यह भविष्य नौजवानों का है, मैं उनसे प्रार्थना करने आया हूं, कि आप कौन सा रास्ता अपनाना चाहते हैं. सबको बांटने का प्रयास किया जा रहा है. देश में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की बात होना चाहिए. उन्होंने कहा कि 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनी थी. 18 दिसंबर में शपथ ली, कौन सी चुनौती हमारे सामने नहीं थी. शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा प्रदेश मुझे सौंपा जो किसानों की आत्महत्या में नंबर वन और कहते हैं मैं किसान का बेटा हूं, और किसानों में आत्महत्या में नंबर वन ऐसा प्रदेश मुझे सौंपा, बेरोजगारी में नंबर वन महिलाओं में अत्याचार में नंबर वन था. बेरोजगारी सबसे बड़ी चुनौती है. हमारे सामने 15 महीने हमारी सरकार रही, जिसमें से ढाई महीने आचार संहिता और लोकसभा चुनाव का समय निकल गया, उसके बाद साढ़े 11 माह में हमने अपनी नीति और नियम का परिचय दिया. (kamal nath visit narmadapuram) (narmadapuram former cm addressed public) (kamal nath advised people to think self reflection)