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भारतीय किसान संघ ने खोला प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा, वादों की दिलाई याद

भारतीय किसान संघ ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है. किसान संघ की मांग है कि सरकार जल्द मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू करें. इसके साथ ही किसानों की कर्जमाफी का वादा भी पूरा करें.

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Published : Jun 20, 2019, 3:34 PM IST

indian farmar union

होशंगाबाद। भारतीय किसान संघ ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसानों की मांग है कि समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी की जाए, क्योंकि मंडियों में मूंग का रेट काफी नीचे आ गया है. इससे किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके साथ ही किसान संघ के पदाधिकारियों ने कर्ज माफी का भी मुद्दा उठाया है.

भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने सहित अन्य समस्याओं के निराकरण को लेकर एक रैली निकाली. इस दौरान किसान संघ ने तहसील कार्यालय पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में किसान संघ ने मांग करते हुए कहा कि मूंग को कृषि उपज मंडियों में 18 सौ से 2000 रुपए प्रति क्विंटल कम मूल्य पर खरीदा जा रहा है, इसलिए सरकार समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शुरू करे.

भारतीय किसान संघ का प्रदर्शन

भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री संतोष पटवारे ने बताया कि शासन और प्रशासन को पूरा मौका दिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि अभी तक मूंग का समर्थन मूल्य तय नहीं किया गया है ना ही खरीदी प्रारंभ की गई है. किसान संघ इससे पहले भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दे चुका है, लेकिन आज तक किसानों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस बार भी किसानों के हितों को नजरअंदाज करती है, तो भारतीय किसान संघ बड़ा आंदोलन करेगा. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अभी तक किसानों का कर्ज माफ नहीं किया है. इससे हजारों किसान का पैसा रुका हुआ है.

होशंगाबाद। भारतीय किसान संघ ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसानों की मांग है कि समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी की जाए, क्योंकि मंडियों में मूंग का रेट काफी नीचे आ गया है. इससे किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके साथ ही किसान संघ के पदाधिकारियों ने कर्ज माफी का भी मुद्दा उठाया है.

भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने सहित अन्य समस्याओं के निराकरण को लेकर एक रैली निकाली. इस दौरान किसान संघ ने तहसील कार्यालय पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में किसान संघ ने मांग करते हुए कहा कि मूंग को कृषि उपज मंडियों में 18 सौ से 2000 रुपए प्रति क्विंटल कम मूल्य पर खरीदा जा रहा है, इसलिए सरकार समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शुरू करे.

भारतीय किसान संघ का प्रदर्शन

भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री संतोष पटवारे ने बताया कि शासन और प्रशासन को पूरा मौका दिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि अभी तक मूंग का समर्थन मूल्य तय नहीं किया गया है ना ही खरीदी प्रारंभ की गई है. किसान संघ इससे पहले भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दे चुका है, लेकिन आज तक किसानों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस बार भी किसानों के हितों को नजरअंदाज करती है, तो भारतीय किसान संघ बड़ा आंदोलन करेगा. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अभी तक किसानों का कर्ज माफ नहीं किया है. इससे हजारों किसान का पैसा रुका हुआ है.

Intro:अपनी मांगो को लेकर एक बार फिर मध्य प्रदेश में किसान बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार किसान रेल रोको आंदोलन करने जा रहे हैं। होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा में भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने सहित अन्य समस्याओं के निराकरण को लेकर स्थानीय राम वाटिका से रैली निकाल तहसील कार्यालय पहुँच ज्ञापन सोपा। संघ के सदस्यों ने ज्ञापन मैं उल्लेख किया कि ग्रीष्मकालीन मूंग को कृषि उपज मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य से 18 सौ से 2000 रुपये प्रति क्विंटल कम मूल्य पर खरीदा जा रहा है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। Body:हमारी मांग है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य 6 हजार 9 सो 75 रुपये पर मूंग की खरीदी की जाए, जिससे किसानों को लाभ हो सके। वही पर्याप्त बिजली दी जाए, सोयाबीन मक्का पर कृषक सम्रद्धि योजना के तहत 500 रुपये प्रति कुंटल दिया जाना सुनिश्चित किया गया था, जिसे दिलाया जाए। दो लाख तक का कर्ज शीघ्र माफ किया जाए, गेंहू पर दिया जाने वाला 160 रुपये प्रति क्विंटल जल्द दिया जाए। Conclusion:भारतीय किसान संघ जिला मंत्री संतोष पटवारे ने बताया कि शासन-प्रशासन को पूरा मौका दिया जा चुका है। मूंग की समर्थन मूंग अब तक तय नहीं किया गया है ना ही खरीदी प्रारंभ की गई है पूर्व में भी मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जा चुका है। फिर भी समस्या यथावत है। अब और समय नहीं दिया जा सकता। अब किसानों को आंदोलन के लिए कमर कसने की आवश्यकता है। आंदोलन की रणनीति तैयार की गई है। अब किसानो के पास सिर्फ एक ही रास्ता बचा है समस्त किसान मिलकर रेल रोको आन्दोलन करने की योजना बना रहे हैयदि अब भी शासन प्रशासन नहीं जागा और समाधान नहीं किये जाने की स्थिति में रेल रोको आंदोलन का प्रस्ताव लाया जाएगा।

बाइट-शंकर पटेल ब्लाक अध्यक्ष भारतीय किसान संघ
बाइट-संतोष पटवारे जिला मंत्री भारतीय किसान संघ
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