होशंगाबाद। इटारसी में कोरोना वायरस के मामले में जिला रेड हॉट स्पॉट में शामिल है. खास बात यह है कि पुरा होशंगाबाद जिले में अब तक केवल इटारसी में ही कोरोना के 16 मरीज मिले हैं. जबकि शेष जिले में ऐसा कोई मरीज नहीं है. यानी इटारसी के कारण ही जिला रेड हॉट स्पॉट में आ गया. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेड जोन में कड़ाई से नियम पालन के निर्देश दिये हैं. यानी, अब शहर को सख्ती के लिए तैयार रहना होगा. हो सकता है कि आगामी दिनों में प्रशासन की सख्ती दिखाई दे.
देशभर में कोरोना वायरस के 170 जिले रेड हॉट स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. मप्र में केवल पांच जिले रेड हॉट स्पॉट हैं, जिनमें होशंगाबाद भी शामिल है. मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल, उज्जैन, खरगोन और होशंगाबाद जिले रेड हॉट स्पॉट घोषित हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को 28 दिन के अंदर रेड अलर्ट वाली जिलों को ग्रीन अलर्ट में बदलने के निर्देश दिए हैं. इस मामले में केंद्र ने राज्यों से कड़ाई से नियमों का पालन करने का कहा है.
बता दें कि देश के कई हिस्सों को लॉकडाउन से राहत देने के लिए केंद्र सरकार की योजना के तहत देश को अब रेड, ऑरेंज और ग्रीन तीन जोन में बांटा है. देश के कई राज्यों को इन तीन जोनों में बांटने का काम अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या के आधार पर किया है. लॉकडाउन में राहत देने के लिए गृहमंत्रालय की गाइडलाइंस के साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के प्रभाव के आधार पर राज्यों को अपने जिले को रेड, आरेंज और ग्रीन जोन में निर्धारित करने का निर्देश दिया है. देश के 170 जिलों को रेड जोन में रखा है.
इसके साथ ही संतोष की बात है कि कोरोना की बीमारी ने अभी तक सामुदायिक संक्रमण का रूप धारण नहीं किया है. देश में 359 जिले पूरी तरह से कोराना से मुक्त हैं और ग्रीन जोन में हैं. इनमें रेड और आरेंज जोन में कोरोना वायरस का कंटेनमेंट प्लान लागू होगा और वहां किसी तरह की आर्थिक गतिविधि की इजाजत नहीं दी जाएगी. ग्रीन जोन में शारीरिक दूरी और मास्क की अनिवार्यता के साथ आर्थिक व सामाजिक गतिविधियों की इजाजत मिलेगी. 28 दिन तक कोरोना का एक भी मरीज सामने नहीं आने के बाद ऑरेंज जोन ग्रीन जोन में तब्दील हो जाएगा.