होशंगाबाद। सिवनी मालवा तहसील की स्वाति रघुवंशी ने जनरल कैटेगरी में सिविल जज की परीक्षा पास की है. स्वाति के पिता अजय रघुवंशी पेशे से किसान हैं, जो छोटी- सी जमीन में खेती कर अपना परिवार पालते हैं.
होशंगाबाद: किसान की बेटी बनी जज, दूसरी कोशिश में पास की सिविल जज की परीक्षा
बैंगनिया गांव के एक छोटे से किसान की बेटी स्वाति ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर सिविल जज की परीक्षा पास कर ली है. जिसके बाद पूरे तहसील के युवाओं के लिए वह रोल मॅाडल बन गई है.
स्वाति रघुवंशी ने सिविल जज की परीक्षा पास
होशंगाबाद। सिवनी मालवा तहसील की स्वाति रघुवंशी ने जनरल कैटेगरी में सिविल जज की परीक्षा पास की है. स्वाति के पिता अजय रघुवंशी पेशे से किसान हैं, जो छोटी- सी जमीन में खेती कर अपना परिवार पालते हैं.
Intro:मंजिलें कितनी भी मुश्किल हो, बस हौसला बुलंद होना चाहिए। होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा के ग्राम बैंगनिया में रहने वाले एक किसान की बेटी ने सिवनी मालवा की शान में चार चांद लगाए। किसान की बेटी स्वाति रघुवंशी ने सिविल जज की परीक्षा पास हो इतिहास रचा हैं। सिविल जज बनी स्वाति रघुवंशी ने अपने संघर्ष और पढ़ाई को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की। उन्होंने बताया की कक्षा ग्यारहवीं में मेरा विषय साइंस था लेकिन मुझे इंजीनियरिंग करना नहीं था। मेरे बड़े पापा और बड़े भैया ने मुझे लॉ की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया। बचपन से मेरे दादाजी की इच्छा थी कि मेरा बच्चा अधिकारी बनेगा, जिसके कारण मेरे मन में शुरू पब्लिक सर्विस में जाने की इच्छा होने लगी थी। Body:ऐसे पूरी करी पढ़ाई
जिले की सिवनी मालवा तहसील गांव बैंगनिया के रहने वाले अजय रघुवंशी पेशे से किसान है थोडी बहुत ज़मीन पर खेती कर वो अपने परिवार को पालते थे। इस किसान के घर एक बिटिया पैदा हुयी जिसका नाम माता-पिता ने बढे़ प्यार से स्वाति रखा। बचपन से ही स्वाति को पढ़ने लिखने का बहुत शौक़ था। प्रारंभिक शिक्षा होशंगाबाद के ही निजी स्कूल से करने के बाद वापस सिवनी मालवा आकर निजी स्कूल से हाईस्कूल पास किया। इसके बाद बेटी की पढ़ाई में लगन देखकर माता-पिता ने अपनी लाड़ली के अरमान पूरा करने की ठान ली और अहमदाबाद आगे की पढ़ाई करने के लिए भेज दिया। यहां के महाविद्यालय से वकालत की डिग्री हासिल की। उसके बाद एक साल इंदौर से सिविल जज की कोचिंग की स्वाति ने बताया उनका जो पहला प्रयास था उस समय सिर्फ दो महीने की तैयारी हो पाई थी जिसमें उनका प्री निकल गया था लेकिन मेन परीक्षा क्लीअर नहीं कर पाई। जिसके बाद ये उनका दूसरा प्रयास था। उनका कहना है की आपको जिस भी क्षेत्र में जाना है उस क्षेत्र में जाए किसी के दबाव में आकर उस क्षेत्र को ना चुने आप खुद से उस क्षेत्र में जाए। अगर आपको किसी क्षेत्र में जाना है उसे हाई स्कूल के पढ़ाई के समय से ही उसकी तैयारी में जुट जाए। आपका जिस क्षेत्र में इंटरेस्ट हो आप उस क्षेत्र में जाने के लिए अपनी तैयारी करें।Conclusion:स्वाति रघुवंशी ने जनरल कैटेगरी में सिविल जज की परीक्षा पास कर यह बता दिया की कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती हैं, बस हौसला बुलंद होना चाहिए। इसके साथ ही सिवनी मालवा में मानो युवा पीढ़ी की स्वाति रोल मॉडल बन गई स्वाति ने ना सिर्फ अपने लिए बल्कि तमाम उन लड़कियों के लिए एक मिसाल पेश कर दी जो आगे पढ़ना लिखना चाहती है और बता दिया कि लड़कियां किसी से कम नहीं होती।
बाइट-स्वाति रघुवंशी
जिले की सिवनी मालवा तहसील गांव बैंगनिया के रहने वाले अजय रघुवंशी पेशे से किसान है थोडी बहुत ज़मीन पर खेती कर वो अपने परिवार को पालते थे। इस किसान के घर एक बिटिया पैदा हुयी जिसका नाम माता-पिता ने बढे़ प्यार से स्वाति रखा। बचपन से ही स्वाति को पढ़ने लिखने का बहुत शौक़ था। प्रारंभिक शिक्षा होशंगाबाद के ही निजी स्कूल से करने के बाद वापस सिवनी मालवा आकर निजी स्कूल से हाईस्कूल पास किया। इसके बाद बेटी की पढ़ाई में लगन देखकर माता-पिता ने अपनी लाड़ली के अरमान पूरा करने की ठान ली और अहमदाबाद आगे की पढ़ाई करने के लिए भेज दिया। यहां के महाविद्यालय से वकालत की डिग्री हासिल की। उसके बाद एक साल इंदौर से सिविल जज की कोचिंग की स्वाति ने बताया उनका जो पहला प्रयास था उस समय सिर्फ दो महीने की तैयारी हो पाई थी जिसमें उनका प्री निकल गया था लेकिन मेन परीक्षा क्लीअर नहीं कर पाई। जिसके बाद ये उनका दूसरा प्रयास था। उनका कहना है की आपको जिस भी क्षेत्र में जाना है उस क्षेत्र में जाए किसी के दबाव में आकर उस क्षेत्र को ना चुने आप खुद से उस क्षेत्र में जाए। अगर आपको किसी क्षेत्र में जाना है उसे हाई स्कूल के पढ़ाई के समय से ही उसकी तैयारी में जुट जाए। आपका जिस क्षेत्र में इंटरेस्ट हो आप उस क्षेत्र में जाने के लिए अपनी तैयारी करें।Conclusion:स्वाति रघुवंशी ने जनरल कैटेगरी में सिविल जज की परीक्षा पास कर यह बता दिया की कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती हैं, बस हौसला बुलंद होना चाहिए। इसके साथ ही सिवनी मालवा में मानो युवा पीढ़ी की स्वाति रोल मॉडल बन गई स्वाति ने ना सिर्फ अपने लिए बल्कि तमाम उन लड़कियों के लिए एक मिसाल पेश कर दी जो आगे पढ़ना लिखना चाहती है और बता दिया कि लड़कियां किसी से कम नहीं होती।
बाइट-स्वाति रघुवंशी