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Dhanteras Special 2023: हर साल कार्तिक पक्ष के त्रियोदशी के दिन मनाया जाता है धनतेरस, इस बार पड़ रहा अद्भुत संयोग

आज धनतेरस है. इस दिन भगवान कुबेर और लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व रहता है. ये कार्तिक कृष्ण पक्ष के तेरस के दिन मनाई जाती है. इस बाद इस तरह का शुभ योग पड़ने से बेहद खास माना जाता है. इस बारे में हमने नर्मदापुरम के ज्योतिषाचार्य अविनाश मिश्रा से पूछा, तो उन्होंने इस बार पड़ने वाली धनतेरस का महत्व बताया.

Dhanteras Special 2023
धनतेरस स्पेशल 2023
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 10, 2023, 4:49 PM IST

Updated : Nov 10, 2023, 6:13 PM IST

अविनाश मिश्रा

नर्मरापुरम। इस साल शुक्रवार को होने वाली धनतेरस का विशेष महत्व है. हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की तेरस के दिन मनाई जाती है. लेकिन इस बार अमृत योग पड़ने से ज्यादा शुभ है. ज्योतिषाचार्यों की मानें, तो इस दिन धनवंतरी कलश की विशेष वस्तुओं का उपयोग कर विशेष स्थापना करने से धन धान्य में वृद्धि होती है. इस बारे में जब हमने ज्योतिषाचार्य अविनाश मिश्रा से पूछा, तो उन्होंने जानकारी साझा की.

नर्मदापुरम के अविनाश मिश्रा ज्योतिषाचार्य ने धनतेरस को लेकर कहा, "इस वर्ष धनतेरस पर्व जिसे आप नाम से समझ सकते हैं. इस दिन पूजन करने से महालक्ष्मी, कुबेर की पूजन करने से हमें उनकी कृपा प्राप्त होती है. इस बार धनतेरस शुक्रवार के दिन है. उन्होंने बताया की हस्त नक्षत्र है. यह अमृत योग है. धनतेरस के दिन आप धनवंतरी कलश के पूजन करते हैं, तो धनवंतरी कलश अनेकों आपके कार्य सिद्ध हो सकते हैं."

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आज के दिन क्या करें, क्या न करें: उन्होंने बताया कि धनवंतरी कलश के लिए आपको जो शुभ समय रहता है. उसमें तांबे के कलश में चावल, पांच हल्दी की गठान, कपूर, सिक्का, सुपारी इन सभी को लेकर लोटे में रखिए. उसके ऊपर पांच पत्ते, आम के पत्ते, पांच प्रकार के पत्ते ऊपर से लगाइए. एक नारियल में लाल कपड़ा लपेटकर उसके ऊपर रखिए. इसको एक निश्चित स्थान में रखें, जहां आप साल भर में उसे हटाएं नहीं. इस स्थान की दिशा आपके पूजन के कमरे में पूर्व से ईशान की ओर रखना चाहिए. इस स्थान पर ईश्वर वास करते हैं.

उसे कलश की स्थापना ईशान में कीजिए. वहां रखने के बाद साल भर पूजन कीजिए. 3 साल का यह प्रयोग होता है. धनवंतरी कलश का यदि आप एक साल भी पूरी करते हैं, तो एक साल के अंदर ही आपकी मनोकामना पूरी होती है. जिनकी नौकरी नहीं लग रही है, जिनके घर में संतान काल की दिक्कत हो रही है. जिनके व्यापार में दिक्कत हो रही. वह धनवंतरी कलश की पूजन करेंगे. उनके कार्य सभी सिद्ध होते हैं. इस प्रकार की पूजा धनतेरस की पूजन में कुबेर की और धनवंतरी कलश की पूजन करिए इससे आपको कार्य सिद्ध होंगे.

ज्योतिषाचार्य अविनाश मिश्रा ने बताया कि काफी सालों के बाद यह योग आया है. शुक्रवार के दिन धनतेरस का संयोग बन रहा है. यह अमृत योग भी है, इसके कारण से कुछ रशियां पर धन-धान की प्राप्ति होगी. जिनकी पत्रिका में योग बन रहे हैं, उनके धन-धान की प्राप्ति होगी जिनकी पत्रिका में संघर्ष लिखा है, यदि वह धन मंत्री कलश की पूजन करते हैं, तो संघर्ष तो रहेगा लेकिन वह आसानी से निकल जाएगा. आसानी से वह इन कामों को सिद्ध कर सकते हैं.

अविनाश मिश्रा

नर्मरापुरम। इस साल शुक्रवार को होने वाली धनतेरस का विशेष महत्व है. हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की तेरस के दिन मनाई जाती है. लेकिन इस बार अमृत योग पड़ने से ज्यादा शुभ है. ज्योतिषाचार्यों की मानें, तो इस दिन धनवंतरी कलश की विशेष वस्तुओं का उपयोग कर विशेष स्थापना करने से धन धान्य में वृद्धि होती है. इस बारे में जब हमने ज्योतिषाचार्य अविनाश मिश्रा से पूछा, तो उन्होंने जानकारी साझा की.

नर्मदापुरम के अविनाश मिश्रा ज्योतिषाचार्य ने धनतेरस को लेकर कहा, "इस वर्ष धनतेरस पर्व जिसे आप नाम से समझ सकते हैं. इस दिन पूजन करने से महालक्ष्मी, कुबेर की पूजन करने से हमें उनकी कृपा प्राप्त होती है. इस बार धनतेरस शुक्रवार के दिन है. उन्होंने बताया की हस्त नक्षत्र है. यह अमृत योग है. धनतेरस के दिन आप धनवंतरी कलश के पूजन करते हैं, तो धनवंतरी कलश अनेकों आपके कार्य सिद्ध हो सकते हैं."

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आज के दिन क्या करें, क्या न करें: उन्होंने बताया कि धनवंतरी कलश के लिए आपको जो शुभ समय रहता है. उसमें तांबे के कलश में चावल, पांच हल्दी की गठान, कपूर, सिक्का, सुपारी इन सभी को लेकर लोटे में रखिए. उसके ऊपर पांच पत्ते, आम के पत्ते, पांच प्रकार के पत्ते ऊपर से लगाइए. एक नारियल में लाल कपड़ा लपेटकर उसके ऊपर रखिए. इसको एक निश्चित स्थान में रखें, जहां आप साल भर में उसे हटाएं नहीं. इस स्थान की दिशा आपके पूजन के कमरे में पूर्व से ईशान की ओर रखना चाहिए. इस स्थान पर ईश्वर वास करते हैं.

उसे कलश की स्थापना ईशान में कीजिए. वहां रखने के बाद साल भर पूजन कीजिए. 3 साल का यह प्रयोग होता है. धनवंतरी कलश का यदि आप एक साल भी पूरी करते हैं, तो एक साल के अंदर ही आपकी मनोकामना पूरी होती है. जिनकी नौकरी नहीं लग रही है, जिनके घर में संतान काल की दिक्कत हो रही है. जिनके व्यापार में दिक्कत हो रही. वह धनवंतरी कलश की पूजन करेंगे. उनके कार्य सभी सिद्ध होते हैं. इस प्रकार की पूजा धनतेरस की पूजन में कुबेर की और धनवंतरी कलश की पूजन करिए इससे आपको कार्य सिद्ध होंगे.

ज्योतिषाचार्य अविनाश मिश्रा ने बताया कि काफी सालों के बाद यह योग आया है. शुक्रवार के दिन धनतेरस का संयोग बन रहा है. यह अमृत योग भी है, इसके कारण से कुछ रशियां पर धन-धान की प्राप्ति होगी. जिनकी पत्रिका में योग बन रहे हैं, उनके धन-धान की प्राप्ति होगी जिनकी पत्रिका में संघर्ष लिखा है, यदि वह धन मंत्री कलश की पूजन करते हैं, तो संघर्ष तो रहेगा लेकिन वह आसानी से निकल जाएगा. आसानी से वह इन कामों को सिद्ध कर सकते हैं.

Last Updated : Nov 10, 2023, 6:13 PM IST
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