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बंगाली झोलाछाप डॉक्टर के यहां छापेमार कार्रवाई, भारी पुलिस बल की मौजूदी में हुई कार्रवाई - Hoshangabad news

जिले के सिवनी मालवा तहसील मे झोलाछाप डॉंक्टरों छापामार कार्रवाई के दौरान बड़ा विवाद देखने को मिला. इस दौरान भारी पुलिस बल बुलाने के बाद ही आगे की कार्रवाई की गई. छापे में सर्जरी के उपकरण के साथ कई प्रतिबंधात्मक दवाईयां भी जब्त की गईं हैं.

बंगाली झोलाछाप डॉक्टर के यहां छापेमार कार्रवाई
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Published : Sep 27, 2019, 2:38 AM IST

होशंगाबाद। जिले के नंदरवाड़ा गांव में बांगाली झोलाछाप डॉक्टर के यहां छापेमार कार्रवाई की गयी. झोलाछाप बंगाली डॉक्टर मनिन्द्र घोष के यहां कार्रवाई करते हुए स्वास्थ अधिकारियों नें कई तरह की दवाइयां जब्त की है. कार्रवाई के दौरान विवाद बढ़ने पर भारी पुलिस बल भी बुलाना पड़ा.

बंगाली झोलाछाप डॉक्टर के यहां छापेमार कार्रवाई

नंदरवाड़ा के फर्जी बंगाली डॉक्टर मनिन्द्र घोष के पास से मिली दवाईयों में एलोपेथिक दवाईयां, सर्जरी के उपकरण, प्रतिबंधात्मक दवाईयों के साथ-साथ आपत्तिजनक दवाईयों भी मिली है.

यहा डॉक्टर ग्रामीणों की कई तरह की गंभीर बिमारियों का इलाज कर रहे थे. कार्रवाई के दौरान ये कुछ स्थानीय लोगों के संरक्षण में गुंडागर्दी पर भी उतारू हो गए. डॉक्टर नें पहले तो ग्रामीणों के साथ मिलकर कार्रवाई रोकने के लिए दबाव बनाया, लेकिन दबाव बनाने में सफल नहीं हो पाये तो ग्रामीणों नें उस मकान को घेर लिया जहां क्लीनिक चल रहा था और भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया.

घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव नंदरवाड़ा पहुंचा. पुलिस ने जैसे तैसे भीड़ को तितर-बितर किया, उसके बाद दवाईयों को जब्त कर तहसील मुख्यालय लाया गया. वहीं मामले में एसडीएम रविशंकर राय का कहना है कि इस प्रकार की घटना निंदनीय है, उपद्रव करने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

होशंगाबाद। जिले के नंदरवाड़ा गांव में बांगाली झोलाछाप डॉक्टर के यहां छापेमार कार्रवाई की गयी. झोलाछाप बंगाली डॉक्टर मनिन्द्र घोष के यहां कार्रवाई करते हुए स्वास्थ अधिकारियों नें कई तरह की दवाइयां जब्त की है. कार्रवाई के दौरान विवाद बढ़ने पर भारी पुलिस बल भी बुलाना पड़ा.

बंगाली झोलाछाप डॉक्टर के यहां छापेमार कार्रवाई

नंदरवाड़ा के फर्जी बंगाली डॉक्टर मनिन्द्र घोष के पास से मिली दवाईयों में एलोपेथिक दवाईयां, सर्जरी के उपकरण, प्रतिबंधात्मक दवाईयों के साथ-साथ आपत्तिजनक दवाईयों भी मिली है.

यहा डॉक्टर ग्रामीणों की कई तरह की गंभीर बिमारियों का इलाज कर रहे थे. कार्रवाई के दौरान ये कुछ स्थानीय लोगों के संरक्षण में गुंडागर्दी पर भी उतारू हो गए. डॉक्टर नें पहले तो ग्रामीणों के साथ मिलकर कार्रवाई रोकने के लिए दबाव बनाया, लेकिन दबाव बनाने में सफल नहीं हो पाये तो ग्रामीणों नें उस मकान को घेर लिया जहां क्लीनिक चल रहा था और भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया.

घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव नंदरवाड़ा पहुंचा. पुलिस ने जैसे तैसे भीड़ को तितर-बितर किया, उसके बाद दवाईयों को जब्त कर तहसील मुख्यालय लाया गया. वहीं मामले में एसडीएम रविशंकर राय का कहना है कि इस प्रकार की घटना निंदनीय है, उपद्रव करने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर्स की भरमार है, जो कई तरह की गंभीर बीमारियों का इलाज भी कर रहे है जो सामान्यत: बड़े अस्पताल में होते है। अभी तक तो इनके द्वारा बिना डिग्री के इलाज करने के मामले सामने आते थे लेकिन अब यह लोग कुछ स्थानीय लोगों के संरक्षण में गुंडागर्दी पर भी उतारू हो गए है। मामला सिवनी मालवा तहसील के ग्राम नंदरवाड़ा का है जहां बंगाली डॉक्टर मनिन्द्र घोष के द्वारा ग्रामीणों का बिना डिग्री के एलोपेथी पद्धति से इलाज किया जाता था। जब मीडियाकर्मियों ने इन झोलाछाप डॉक्टर्स की करतूतों को कैमरे में कैद किया तो पहले तो यह अभद्रता करते नजर आए लेकिन जब इनके कथित क्लिनिक से लाखों रूपए की दवाईयां कैमरों में कैद हुई तो यह उग्र होने लगे। साथ ही जब कार्रवाई के लिए नायब तहसीलदार नीलेश पटेल, सरकारी डॉक्टर ऋषि चौबे सहित पटवारी और स्वास्थ्य अमला पहुंचा तो पहले तो ग्रामीणों के साथ मिलकर कार्रवाई रोकने के लिए दबाव बनाया। लेकिन जब फर्जी डॉक्टर अपने संरक्षकों के साथ मिलकर दबाव बनाने में सफल नही हो पाए तो ग्रामीणों की मदद से जिस मकान में क्लिनिक है उसे हजारों लोगों ने घेर लिया।Body:नंदरवाड़ा के फर्जी डॉक्टर के पास से मिली दवाईयों में एलोपेथिक दवाईयां, सर्जरी के उपकरण, प्रतिबंधात्मक दवाईयों के साथ साथ आपत्तिजनक दवाईयों भी मिली तो अपने संरक्षकों के साथ मिलकर ग्रामीणों के मदद से मकान का घेराव करके 3 - 4 घंटे तक कार्रवाई करने पहुंचे अधिकारियों और मीडियाकर्मियों को उसी मकान में कैद करके रखा गया। क्लिनिक जिस मकान में था उसे हजारों लोगों ने चारों तरफ से घेर लिया और भीड़ लगातार अधिकारियों और मीडियाकर्मियों के साथ मारपीट करने पर उतारू होने लगी। पुलिस की डायल 100 और तहसीलदार दिनेश सांवले के पहुंचने के बाद स्थिति को नियंत्रण में लिया गया। लेकिन जैसे ही अधिकारियों ने कार्रवाई के दौरान जप्त की गई दवाईयों को जप्त किया तो भीड़ एक बार फिर से अधिकारियों के साथ मारपीट करने को उतारू हो गई। Conclusion:जिस मकान में कार्रवाई चल रही थी उसपर भीड़ द्वारा पथराव भी किया गया तो साथ ही दरवाजे को तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया गया। जिसकी सूचना जब वरिष्ठ अधिकारियों अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल ग्राम नंदरवाड़ा किया गया, जहां पुलिस ने जैसे तैसे भीड़ को तितर बितर किया और अधिकारियों व मीडियाकर्मियों को मकान से बाहर निकाला। साथ ही जप्त की गई दवाईयों को पुलिस अभिरक्षा में नंदरवाड़ा ग्राम से तहसील मुख्यालय लाया गया। जहां अधिकारियों द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में एसडीएम रविशंकर राय का कहना है कि इस प्रकार की घटना निंदनीय है, उपद्रव करने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

बाइट-मनिन्द्र घोष झोलाछाप डॉक्टर
बाइट-रविशंकर राय एसडीएम
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