होशंगाबाद। मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर जहां भाजपा ने FIR दर्ज करवाई है, वहीं अब होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा में कांग्रेस कार्यकर्त्ता और पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. कोरोना वायरस को लेकर विवादित बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भोपाल के अपराध शाखा में मामला दर्ज कराया गया है. कमलनाथ ने कोरोना के नये स्ट्रेन को भारतीय वेरिएंट कहा है.
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कांग्रेस-बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक होशंगाबाद के नाम एक लिखित आवेदन सिवनी मालवा थाना प्रभारी को देकर अब शिवराज सिंह चौहान पर मामला दर्ज करने का आग्रह किया है. कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश में मौत के आंकड़े छुपाए जा रहे हैं, इसलिए मुख्यमंत्री पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. कमलनाथ शुरू से आरोप लगा रहे हैं कि शिवराज सरकार मौत के आंकड़े छुपा रही है. मार्च और अप्रैल के बीच 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. कांग्रेस ने कहा कि शिवराज, प्रदेश के श्मशान और कब्रिस्तान के शवों के आंकड़े सार्वजनिक कीजिए, सच्चाई बताने से डर क्यों रहे हैं. जनता को सच्चाई जानने का हक है. कमलनाथ ने सोमवार को कहा था कि जो लोग कहते थे कि मेरा भारत महान बनाएंगे. उनके नकारापन के कारण हमारा देश दुनिया भर में बदनाम हो रहा है और हम इस पर चिंता भी व्यक्त न करें. हमने सच कह दिया तो हम पर एफआईआर हो गई.
सियासी जंग में कोरोना की जीत
कांग्रेस की ओर से ब्लॉक अध्यक्ष सुशील खत्री ने पुलिस को दी शिकायत में लिखा कि मुख्यमंत्री शिवराज के आदेश पर राज्य में कोरोना से मौत का आंकड़ा छुपाया जा रहा है. श्मशान घाट और कब्रिस्तानों में हजारों शव आ रहे हैं. उसका भी सही आंकड़ा नहीं बताया जा रहा है. लोगों के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है. मध्य प्रदेश में ही ब्लैक फंगस के हजारों मरीज हैं और इलाज के लिए दर-दर भटक रहे हैं. कांग्रेस ने मांग की है कि मध्य प्रदेश में कोविड के कारण अब तक हुई मौतों पर शिवराज सरकार को व्हाइट पेपर जारी करना चाहिए.