हरदा। समाजवादी जन परिषद के बैनर तले देश में CAA, NPR और NRC लागू किए जाने के विरोध में पर्चे बांटे गए. संगठन का कहना है कि आजादी के 72 साल बाद ऐसा क्या हो गया है, जिसके चलते मोदी सरकार को देश के हर व्यक्ति की नागरिकता पर शक होने लगा है. संगठन के कार्यकर्ताओं ने शहर के चौराहों पर खड़े होकर इस कानून को देश में लागू नहीं करने को लेकर पर्चे बांटे. साथ ही महात्मा गांधी ने जो आंदोलन किए थे, उनकी प्रदर्शनी लगाकर सरकार में धर्म के आधार पर लोगों को बांटने का भी आरोप लगाया.
समाजवादी जन परिषद के नेता अनुराग मोदी ने बताया कि ये पूरा कानून संविधान के खिलाफ है. महात्मा गांधी हमेशा हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात कहते थे. जिसके लिए उन्होंने अपनी जान तक दी थी. साथ ही उन्होंने विरोध किया था कि किसी भी व्यक्ति से नागरिकता मांगना उसका अपमान है. तो हमने आज गांधी की जीवनी की प्रदर्शनी लगाई है, जिसकी सूचना हमने प्रशासन को दे दी थी.
वहीं इस मामले को लेकर SDM का कहना है कि उन्हें इस सम्बंध में हमें कोई जानकारी नहीं थी. करीब 11.30 बजे एक आवेदन आया था. जिसमें बताया गया था कि गांधी जी की जीवनी प्रदर्शनी लगानी है. उस दौरान हम सब अधिकारी जनसुनवाई में व्यस्त थे. हमने कोई अनुमति नहीं दी है. बाद में पता चला कि बिना अनुमति के वहां पर प्रदर्शन हो रहा है तो नायब तहसीलदार को वहां पर भेजा गया. वहीं इस मामले में SP का कहना है कि बिना अनुमति के प्रदर्शन को लेकर उनके खिलाफ केस रजिस्टर्ड किया जाएगा.