हरदा। जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. करीब 500 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं ने धरनास्थल से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने नियमितीकरण की मांग को लेकर नारेबाजी भी की.
5 सूत्री मांगों को लेकर 5 सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
जिले के करीब 5 सौ से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के प्रदर्शन में शामिल होने की वजह से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे. हरदा के कलेक्टर कार्यालय के पास बायपास चौराहे पर दोपहर 12 से लेकर 3 बजे तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. पीएम और मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर राजनंदिनी शर्मा को ज्ञापन सौंपा.
न्यूनतम वेतन देने की मांग
संगठन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि हमारी 5 सूत्रीय मांगों में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग की. साथ ही सामाजिक सुरक्षा देने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को न्यूनतम वेतन 18000 रुपये, सहायिकाओं को 9000 रुपये प्रतिमाह दिए जाने की मांग की. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राथमिक पाठशाला की मान्यता देने के की मांग की. मिनी कार्यकर्ताओं को पूर्व शिक्षिका एवं सहायिकाओं को प्राथमिक शिक्षा का पदनाम दिए जाने की नीति बनाई जाने की मांग की. इसके साथ ही सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भविष्य निधि पेंशन ग्रेच्युटी में चिकित्सा का भी लाभ दिए जाने की मांग की.