हरदा। वैसे तो हर शिवालय अपनी एक अलग विशेषता और पहचान रखता है. वहीं हरदा जिले के ग्राम चारुवा में भी भगवान गुप्तेश्वर का चमत्कारिक मंदिर है. भगवान गुप्तेश्वर के इस मंदिर में मध्यप्रदेश ही नहीं महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तरप्रदेश से श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं. वहीं महाशिवरात्रि के पर्व पर हजारों भक्त दर्शन करने और मंदिर के गर्भगृह में स्थापित भगवान शिव की आराधना करते हैं.
इस मंदिर से जुड़ी एक मान्यता के अनुसार लोगों का कहना है कि प्राचीन गुप्तेश्वर मन्दिर में बने यंत्र का जल गर्भवती महिलाओं को पिलाने से उन्हें प्रसव के दौरान पीड़ा न के बराबर होती है. बताया जा है कि इस मंदिर का निर्माण पाण्ड काल में ऋषि महात्माओं के द्वारा पूरे विधि विधान के साथ किया गया था. लेकिन मुगल काल के दौरान मंदिरों को तोड़ने से बचाने के लिए लोगों ने इस शिवलिंग को मिट्टी से ढक दिया था.
जिसके बाद चारुवा के एक सोनी परिवार के एक सदस्य को भगवान शिव ने यहां बने बीहड़ में शिवलिंग होने की जानकारी सपने दी थी. जब गांव के लोगों ने उसी स्थान पर खोदकर मंदिर निकला. इस मंदिर में सूर्य के उत्तरायण और दक्षिणयां होने के दौरान एक अद्भुत नजारा देखने को मिलता है. सूर्योदय के समय जब सूर्य की किरण सीधे गुप्तेश्वर के शिवलिंग पर पड़ती है तब एक अलौकिक ज्योत के समान दिखाई देता है. ऐसा भी कहा जाता है कि सूर्यदेव की किरणें शिवलिंग का अभिषेक करती है.