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Holi 2023: होलाष्टक में खुलेंगे किस्मत के दरवाजे, कर सकते हैं शुभकार्य, जानें उपाय - What is Holashtak

Holi 2023: होली का त्योहार इस वर्ष 8 मार्च को जश्न के साथ मनाया जाएगा. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस साल होली पर ग्रहों का अलग संयोग बन रहा है. 6 मार्च को कुंभ राशि में शनिदेव उदय होंगे. इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा.आइए जानते हैं 2023 की होली पर किस जातक की किस्मत चमकेगी और किस जातक पर प्रभाव पड़ेगा.

Holi 2023 Holashtak Rashifal
होली राशिफल होलाष्टक उपाय
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Published : Feb 28, 2023, 7:50 PM IST

Holi 2023: श्री गणेश सिद्ध पीठ बिछुआ के ज्योतिषाचार्य महामंडलेश्वर डॉ. वैभव अलोणी के मुताबिक होलाष्टक का राशियों के अनुसार प्रभाव होता है. 27 फरवरी 2023 से होलाष्टक प्रारंभ हो चुका है.कहा जाता है कि, होली के रंग ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं. अलग-अलग ग्रहों और राशियों का अलग-अलग रंग होता है. ऐसे में अगर राशि (Zodiac Sign) के अनुसार जो रंग हैं उन्हीं रंगों से अगर होली खेली जाती है तो शुभ फल की प्राप्ति होती है. होली को लेकर कुछ भ्रांतियां भी हैं. जिसे जानना आपके लिए अति आवश्यक है.

इस क्षेत्र में होलाष्टक प्रभावी: धर्मसिंधु एवं मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ में उल्लेख है कि, पंजाब प्रांत में व्यास रवि सतलज नदी के समीप के गांव शहर एवं त्रिपुष्कर अर्थात अजमेर के आसपास के क्षेत्रों में होलाष्टक प्रभावी होता है. होली के पूर्व इन 8 दिनों में विवाह आदि शुभ कार्य प्रतिबंधित होते हैं. पूर्ण भारत में प्रतिबंध का उल्लेख नहीं मिलता है. अतः बाकी क्षेत्र में यथा समय सभी शुभ कार्य किए जा सकेंगे.

होलिका दहन का मुहूर्त: 6 मार्च को सायं 4:17 के आसपास भारत के सभी क्षेत्रों में पूर्णिमा प्रारंभ हो जाएगी. यह 7 तारीख को शाम को 6:00 बजे के आसपास तक उस स्थान के सूर्योदय एवं सूर्यास्त के अनुसार रहेंगे. होलिका दहन का मुहूर्त 6 तारीख को ही होगा. धर्म सिंधु निर्णय सिंधु एवं मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ में होलिका दहन भद्रा काल में नहीं करने का उल्लेख है. 6 तारीख को भद्रा शाम को 4:00 बज के 17:00 पर प्रारंभ हो रहा है. जो पूर्ण रात्रि तक रहेगा. अतः होलिका दहन इसी काल में भद्रा के मुख के समय को छोड़कर किया जा सकता है. सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त शाम को 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक का होगा. इसमें होलिका पूजन एवं होलिका दहन का कार्य किया जा सकेगा.

धर्मग्रंथ, ज्योतिष-पंचांग और धार्मिक मान्यताओं से मिलती-जुलती जानकारी जरूर पढ़ें.

राशियों में होलिका का प्रभाव एवं उपाय:

मेष राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का पर्व भौतिक सुख सुविधाएं प्रदान करने वाला होगा. साथ में अनावश्यक व्यय भी कराएगा. मेष राशि के जातक होलिका दहन के पूर्व अपने मुट्ठी में चावल एवं एक अखंडित हल्दी की कथा लेकर होलिका में डालें एवं 3 बार परिक्रमा करें.

वृषभ राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली में व्यापा वृद्धि होगी. प्रतिष्ठा बढ़ेगी.कुछ शारीरिक समस्या हो सकती है. होलिका दहन में एक सूखा नारियल एवं गुड़ का टुकड़ा अर्पित करें. होलिका के दिन परिक्रमा करें. अगले दिन वहां की भस्म लाकर लगाएं

मिथुन राशि: इस राशि के जातकों के लिए इस वर्ष की होली सबसे अधिक उन्नति कारक है. आपकी सभी मनोकामना पूरी होंगी.पेट संबंधी कुछ समस्या आ सकती हैं. खानपान में सावधानी रखें. एक मुट्ठी गुड होलिका दहन में अर्पित करें. 3 परिक्रमा लगाएं.

कर्क राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का लाभ कारक रहेगा. परिवार में माता को कुछ कष्ट हो सकता है. सात बताशे माताजी के हाथ से छुआ कर होलिका में डालें.

सिंह राशि: इस राशि वालों के लिए समय उत्तम होगा. सिंह राशि के जातक एक पान के पत्ते पर घी से भींगी हुई 2 लौंग एवं 2 बताशे डालकर होलिका में प्रवाहित करें. 3 परिक्रमा करें.

कन्या राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का त्यौहार कुछ कष्टप्रद होगा. होलिका दहन के दिन अपनी ऊंचाई के बराबर एक काला धागा नारियल पर लपेटकर होलिका में अर्पित करें.

हिंदू धर्मग्रंथ, त्योहार, ज्योतिष-पंचांग और धार्मिक मान्यताओं से मिलती-जुलती जानकारी जरूर पढ़ें.

तुला राशि: इस राशि के जातकों के लिए पेट से संबंधित कुछ विकार उत्पन्न हो सकते हैं. अतः 1 पान पर 1 मुट्ठी मिश्री रखें एवं होलिका में अर्पित करें. होलिका के दिन परिक्रमा लगाएं. अगले दिन होलिका की भस्म लाकर अपने शरीर पर लगाएं.

वृश्चिक राशि: इस राशि के जातकों के लिए होलिका के शुभ प्रभाव होंगे. अचानक कुछ जगह अनावश्यक धन की हानि हो सकती है. आप होलिका में पानी वाला नारियल अर्पित करें. 3 परिक्रमा करें.

धनु राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का के बाद कुछ पारिवारिक समस्या आ सकती है. आप होलिका दहन में 1 पाव चने की दाल एक पानी वाला नारियल 2 हल्दी की गांठ रखकर होलिका में अर्पित करें. घर की सुख शांति के लिए प्रार्थना करें.

मकर राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का सामान्य रहेगी. शुभता प्राप्त करने के लिए पान पर 21 बदाम रखकर होली की अग्नि में प्रवाहित करें.

कुंभ राशि: इस राशि के जातकों के लिए होलिका दहन के प्रभाव से पति-पत्नी में कुछ मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं. होलिका दहन में पांच लाल गुड़हल के फूल अर्पित करें.

मीन राशि: इस राशि के जातकों के लिए होलिका के प्रभाव से प्रशासनिक हानि हो सकती है. एक पान पर सात प्रकार के अनाज पांच प्रकार की मिठाई रखकर होलिका में अर्पित करें.

इस उपाय से मिलेगा शुभ फल: श्री गणेश सिद्ध पीठ बिछुआ के ज्योतिषाचार्य महामंडलेश्वर डॉ. वैभव अलोणी के मुताबिक होलिका पर सभी जातकों को एक छोटा सा उपाय करना चाहिए. एक दोने में 2 पान रखकर 2 बताशे 1 चम्मच घी डालकर परिवार के सभी सदस्यों के साथ होलिका की अग्नि में अर्पित करें और ओम श्रीम हरीम श्रीम महालक्ष्मी नमः कह कर 3 परिक्रमा लगाएं. कल्याण होगा.
डिस्क्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी महामंडलेश्वर डॉ. वैभव अलोणी द्वारा ज्योतिष गणना, ज्योतिष-पंचांग, धार्मिक मान्यताओं और धर्मग्रंथों से संकलित करके आप तक प्रेषित की गई है.

Holi 2023: श्री गणेश सिद्ध पीठ बिछुआ के ज्योतिषाचार्य महामंडलेश्वर डॉ. वैभव अलोणी के मुताबिक होलाष्टक का राशियों के अनुसार प्रभाव होता है. 27 फरवरी 2023 से होलाष्टक प्रारंभ हो चुका है.कहा जाता है कि, होली के रंग ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं. अलग-अलग ग्रहों और राशियों का अलग-अलग रंग होता है. ऐसे में अगर राशि (Zodiac Sign) के अनुसार जो रंग हैं उन्हीं रंगों से अगर होली खेली जाती है तो शुभ फल की प्राप्ति होती है. होली को लेकर कुछ भ्रांतियां भी हैं. जिसे जानना आपके लिए अति आवश्यक है.

इस क्षेत्र में होलाष्टक प्रभावी: धर्मसिंधु एवं मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ में उल्लेख है कि, पंजाब प्रांत में व्यास रवि सतलज नदी के समीप के गांव शहर एवं त्रिपुष्कर अर्थात अजमेर के आसपास के क्षेत्रों में होलाष्टक प्रभावी होता है. होली के पूर्व इन 8 दिनों में विवाह आदि शुभ कार्य प्रतिबंधित होते हैं. पूर्ण भारत में प्रतिबंध का उल्लेख नहीं मिलता है. अतः बाकी क्षेत्र में यथा समय सभी शुभ कार्य किए जा सकेंगे.

होलिका दहन का मुहूर्त: 6 मार्च को सायं 4:17 के आसपास भारत के सभी क्षेत्रों में पूर्णिमा प्रारंभ हो जाएगी. यह 7 तारीख को शाम को 6:00 बजे के आसपास तक उस स्थान के सूर्योदय एवं सूर्यास्त के अनुसार रहेंगे. होलिका दहन का मुहूर्त 6 तारीख को ही होगा. धर्म सिंधु निर्णय सिंधु एवं मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ में होलिका दहन भद्रा काल में नहीं करने का उल्लेख है. 6 तारीख को भद्रा शाम को 4:00 बज के 17:00 पर प्रारंभ हो रहा है. जो पूर्ण रात्रि तक रहेगा. अतः होलिका दहन इसी काल में भद्रा के मुख के समय को छोड़कर किया जा सकता है. सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त शाम को 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक का होगा. इसमें होलिका पूजन एवं होलिका दहन का कार्य किया जा सकेगा.

धर्मग्रंथ, ज्योतिष-पंचांग और धार्मिक मान्यताओं से मिलती-जुलती जानकारी जरूर पढ़ें.

राशियों में होलिका का प्रभाव एवं उपाय:

मेष राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का पर्व भौतिक सुख सुविधाएं प्रदान करने वाला होगा. साथ में अनावश्यक व्यय भी कराएगा. मेष राशि के जातक होलिका दहन के पूर्व अपने मुट्ठी में चावल एवं एक अखंडित हल्दी की कथा लेकर होलिका में डालें एवं 3 बार परिक्रमा करें.

वृषभ राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली में व्यापा वृद्धि होगी. प्रतिष्ठा बढ़ेगी.कुछ शारीरिक समस्या हो सकती है. होलिका दहन में एक सूखा नारियल एवं गुड़ का टुकड़ा अर्पित करें. होलिका के दिन परिक्रमा करें. अगले दिन वहां की भस्म लाकर लगाएं

मिथुन राशि: इस राशि के जातकों के लिए इस वर्ष की होली सबसे अधिक उन्नति कारक है. आपकी सभी मनोकामना पूरी होंगी.पेट संबंधी कुछ समस्या आ सकती हैं. खानपान में सावधानी रखें. एक मुट्ठी गुड होलिका दहन में अर्पित करें. 3 परिक्रमा लगाएं.

कर्क राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का लाभ कारक रहेगा. परिवार में माता को कुछ कष्ट हो सकता है. सात बताशे माताजी के हाथ से छुआ कर होलिका में डालें.

सिंह राशि: इस राशि वालों के लिए समय उत्तम होगा. सिंह राशि के जातक एक पान के पत्ते पर घी से भींगी हुई 2 लौंग एवं 2 बताशे डालकर होलिका में प्रवाहित करें. 3 परिक्रमा करें.

कन्या राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का त्यौहार कुछ कष्टप्रद होगा. होलिका दहन के दिन अपनी ऊंचाई के बराबर एक काला धागा नारियल पर लपेटकर होलिका में अर्पित करें.

हिंदू धर्मग्रंथ, त्योहार, ज्योतिष-पंचांग और धार्मिक मान्यताओं से मिलती-जुलती जानकारी जरूर पढ़ें.

तुला राशि: इस राशि के जातकों के लिए पेट से संबंधित कुछ विकार उत्पन्न हो सकते हैं. अतः 1 पान पर 1 मुट्ठी मिश्री रखें एवं होलिका में अर्पित करें. होलिका के दिन परिक्रमा लगाएं. अगले दिन होलिका की भस्म लाकर अपने शरीर पर लगाएं.

वृश्चिक राशि: इस राशि के जातकों के लिए होलिका के शुभ प्रभाव होंगे. अचानक कुछ जगह अनावश्यक धन की हानि हो सकती है. आप होलिका में पानी वाला नारियल अर्पित करें. 3 परिक्रमा करें.

धनु राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का के बाद कुछ पारिवारिक समस्या आ सकती है. आप होलिका दहन में 1 पाव चने की दाल एक पानी वाला नारियल 2 हल्दी की गांठ रखकर होलिका में अर्पित करें. घर की सुख शांति के लिए प्रार्थना करें.

मकर राशि: इस राशि के जातकों के लिए होली का सामान्य रहेगी. शुभता प्राप्त करने के लिए पान पर 21 बदाम रखकर होली की अग्नि में प्रवाहित करें.

कुंभ राशि: इस राशि के जातकों के लिए होलिका दहन के प्रभाव से पति-पत्नी में कुछ मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं. होलिका दहन में पांच लाल गुड़हल के फूल अर्पित करें.

मीन राशि: इस राशि के जातकों के लिए होलिका के प्रभाव से प्रशासनिक हानि हो सकती है. एक पान पर सात प्रकार के अनाज पांच प्रकार की मिठाई रखकर होलिका में अर्पित करें.

इस उपाय से मिलेगा शुभ फल: श्री गणेश सिद्ध पीठ बिछुआ के ज्योतिषाचार्य महामंडलेश्वर डॉ. वैभव अलोणी के मुताबिक होलिका पर सभी जातकों को एक छोटा सा उपाय करना चाहिए. एक दोने में 2 पान रखकर 2 बताशे 1 चम्मच घी डालकर परिवार के सभी सदस्यों के साथ होलिका की अग्नि में अर्पित करें और ओम श्रीम हरीम श्रीम महालक्ष्मी नमः कह कर 3 परिक्रमा लगाएं. कल्याण होगा.
डिस्क्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी महामंडलेश्वर डॉ. वैभव अलोणी द्वारा ज्योतिष गणना, ज्योतिष-पंचांग, धार्मिक मान्यताओं और धर्मग्रंथों से संकलित करके आप तक प्रेषित की गई है.

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