हरदा। हरदा में बीती रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नर्मदा नदी उफान पर आ गई है. नर्मदा नदी ने रौद्र रूप दिखाते हुए खतरे के निशान 271 मीटर को पार कर दिया है. नर्मदा नदी में 40 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जल स्तर बढ़ता जा रहा है. हरदा जिले की हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. नर्मदा नदी के किनारे बसे इन गांवों में नर्मदा नदी का पानी आने से बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है. हालांकि प्रशासन के द्वारा बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
लगातार हो रही बारिश के चलते हरदा जिला मुख्यालय का संपर्क सैकड़ों गांव से टूट गया है. हरदा जिला मुख्यालय से गुजरने वाली अजनाल नदी भी उफान पर है. जिसके चलते सुबह से ही खंडवा मार्ग बंद है. वहीं टिमरनी तहसील के ग्राम छिदगांव मेल के पास गंजाल नदी पुल से करीब 10 फीट ऊपर बह रही है. जिसके चलते होशंगाबाद मार्ग भी बंद हो गया है.
हंडिया में बाढ़ जैसे हालात
हरदा के हंडिया में लगातार नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से निचली बस्तियों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है. तहसीलदार अर्चना शर्मा के द्वारा राजस्व और होमगार्ड के जवानों की मदद से बाढ़ में फंसे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. वहीं कलेक्टर और एसपी के द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर लोगों को राहत देने के लिए टीम को पहुंचाया गया है. हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम मालपोन, गोला मैदा ऊंचान सहित करीब 50 से अधिक परिवारों को प्रशासन के द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. हंडिया में नर्मदा नदी खतरे के निशान से करीब 7 फीट ऊपर निकल गई है. जिसके चलते हालात बेकाबू हो गए हैं. यदि बारिश नहीं रुकती है तो चिंताजनक स्थिति निर्मित हो सकती है.
उपजेल बनी टापू
हरदा जिला मुख्यालय की जत्रा, पड़ाव, मानपुरा, इमलीपुरा, पीलिया खाल, बंगाली कॉलोनी में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है. वहीं टिमरनी तहसील मुख्यालय के भी तीन भागों में लोगों के घरों में बारिश का पानी भर गया है. हरदा की उप जेल बारिश के चलते टापू में निर्मित हो गई है. जेल के पास से निकलने वाली सुकरी नदी के उफान पर होने से जेल के चारों ओर पानी भर गया है. जिससे जेल में जाने का मार्ग भी बंद हो गया है. हालांकि अभी तक किसी तरह की कोई जनहानि होने की जानकारी नहीं है. लेकिन प्रशासन के द्वारा बाढ़ के हालात पर लगातार स्थिति बनाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम जारी है.