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हरदाः अन्नदाता की उपज खरीदकर बिना भुगतान किए व्यापारी हुआ फरार, विरोध में किसानों का जोरदार विरोध प्रदर्शन

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Published : Jun 10, 2019, 6:35 PM IST

Updated : Jun 11, 2019, 1:08 PM IST

हरदा जिले में एक अनाज व्यापारी कई किसानों की उपज खरीदने के बाद बिना भुगतान किए परिवार के साथ फरार हो गया. मेहनत की कमाई के लिए किसान दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं. किसानों ने भुगतान की मांग करते हुए आज कृषि उपज मंडी में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.

कृषि उपज मंडी

हरदा। जिले में बीते दिनों एक अनाज व्यापारी कई किसानों की उपज खरीदने के बाद अपने परिवार के साथ भाग गया था, भुगतान के लिए किसान दर- दर की ठोकरे खा रहे हैं, अपनी मेहनत की कमाई का भुगतान किए जाने की मांग करते हुए कृषि उपज मंडी में किसानों ने अपना कब्जा जमा लिया. किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा पूर्व में भी उन्हें आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक भुगतान नहीं मिल पाया है.

किसानों का विरोध प्रदर्शन

वहीं किसानों के द्वारा छीपाबड़ थाने में अनाज व्यापारी अभिषेक जैन उर्फ मोनू के खिलाफ मुकदमा दायर कराया गया था. बीते दिनों 27 मई को अपर कलेक्टर डॉ प्रियंका गोयल ने नाराज किसानों को मंडी निधि से उनकी उपज का भुगतान 10 दिनों के भीतर करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन 10 दिन बीतने के बाद भी भुगतान नहीं मिलने पर नाराज किसानों ने मंडी में अपना कब्जा जमा लिया. हालांकि एसडीएम विष्णु प्रसाद यादव, तहसीलदार विंकि बाघमारे, एसडीओपी राजेश सुल्या और छीपाबड़ थाना प्रभारी राजेश साहू के द्वारा किसानों से बात कर उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन किसान किसी भी तरह के आश्वासन को मानने को तैयार नहीं हुए. किसानों ने कहा कि जब तक उन्हें भुगतान नहीं मिलता है, तब तक वह अपना धरना और मंडी कार्यालय पर कब्जा जारी रखेंगे.

बिक्री के लिए आए किसानों को हुई परेशानी

उधर मंडी में अपनी उपज को बिक्री के लिए लाए किसानों को भी काफी देर परेशान होना पड़ा. मंडी में दोपहर डेढ़ बजे तक खरीदी शुरू नहीं हो पाई, जिसके चलते सैकड़ों किसानों को तपती धूप में खड़े होकर अपनी फसल की बिक्री का इंतज़ार करना पड़ा. किसानों को उनकी उपज के बिक्री के लिए ना तो जिला प्रशासन और ना ही मंडी प्रशासन के द्वारा खरीदी शुरू होने का आश्वासन दिया गया. मंडी में फसल बेचने के बाद भुगतान नहीं मिलने और फसल खरीदी नहीं होने को लेकर से नाराज किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही साथ मंडी के मुख्य गेट और कार्यालय के गेट पर ताले जड़ दिए गए हैं.

मामले पर एसडीएम भारसाधक यादव का कहना है, कि हमारे और मंडी प्रशासन के द्वारा मंडी बोर्ड को इस विषय को लेकर पत्र लिखकर भुगतान करने की मांग की गई है. सम्भवतः 4 से 5 दिनों में भुगतान होने की सम्भावना है. फिलहाल किसानों के द्वारा शांति पूर्ण रूप से धरना दिया गया है, लेकिन यदि किसी तरह का उग्र प्रदर्शन किया जाता है तो हमारे द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा.

हरदा। जिले में बीते दिनों एक अनाज व्यापारी कई किसानों की उपज खरीदने के बाद अपने परिवार के साथ भाग गया था, भुगतान के लिए किसान दर- दर की ठोकरे खा रहे हैं, अपनी मेहनत की कमाई का भुगतान किए जाने की मांग करते हुए कृषि उपज मंडी में किसानों ने अपना कब्जा जमा लिया. किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा पूर्व में भी उन्हें आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक भुगतान नहीं मिल पाया है.

किसानों का विरोध प्रदर्शन

वहीं किसानों के द्वारा छीपाबड़ थाने में अनाज व्यापारी अभिषेक जैन उर्फ मोनू के खिलाफ मुकदमा दायर कराया गया था. बीते दिनों 27 मई को अपर कलेक्टर डॉ प्रियंका गोयल ने नाराज किसानों को मंडी निधि से उनकी उपज का भुगतान 10 दिनों के भीतर करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन 10 दिन बीतने के बाद भी भुगतान नहीं मिलने पर नाराज किसानों ने मंडी में अपना कब्जा जमा लिया. हालांकि एसडीएम विष्णु प्रसाद यादव, तहसीलदार विंकि बाघमारे, एसडीओपी राजेश सुल्या और छीपाबड़ थाना प्रभारी राजेश साहू के द्वारा किसानों से बात कर उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन किसान किसी भी तरह के आश्वासन को मानने को तैयार नहीं हुए. किसानों ने कहा कि जब तक उन्हें भुगतान नहीं मिलता है, तब तक वह अपना धरना और मंडी कार्यालय पर कब्जा जारी रखेंगे.

बिक्री के लिए आए किसानों को हुई परेशानी

उधर मंडी में अपनी उपज को बिक्री के लिए लाए किसानों को भी काफी देर परेशान होना पड़ा. मंडी में दोपहर डेढ़ बजे तक खरीदी शुरू नहीं हो पाई, जिसके चलते सैकड़ों किसानों को तपती धूप में खड़े होकर अपनी फसल की बिक्री का इंतज़ार करना पड़ा. किसानों को उनकी उपज के बिक्री के लिए ना तो जिला प्रशासन और ना ही मंडी प्रशासन के द्वारा खरीदी शुरू होने का आश्वासन दिया गया. मंडी में फसल बेचने के बाद भुगतान नहीं मिलने और फसल खरीदी नहीं होने को लेकर से नाराज किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही साथ मंडी के मुख्य गेट और कार्यालय के गेट पर ताले जड़ दिए गए हैं.

मामले पर एसडीएम भारसाधक यादव का कहना है, कि हमारे और मंडी प्रशासन के द्वारा मंडी बोर्ड को इस विषय को लेकर पत्र लिखकर भुगतान करने की मांग की गई है. सम्भवतः 4 से 5 दिनों में भुगतान होने की सम्भावना है. फिलहाल किसानों के द्वारा शांति पूर्ण रूप से धरना दिया गया है, लेकिन यदि किसी तरह का उग्र प्रदर्शन किया जाता है तो हमारे द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा.

Intro:हरदा जिले की कृषि उपज मंडी में आज किसानों ने कब्जा जमा लिया।यहां बीते दिनों एक अनाज व्यापारी के द्वारा अनेकों किसानों की उपज खरीदने के बाद वह अपने परिवार के साथ भाग गया था।जिसके चलते किसानों को भुगतना नही मिल पाया था।किसानों के द्वारा इस बात को लेकर छीपाबड़ थाने में व्यापारी अभिषेक जैन उर्फ मोनू जेन के खिलाफ मुकदमा दायर कराया गया था।वही बीते दिनों अपर कलेक्टर डॉ प्रियंका गोयल के द्वारा 27 मई को आकर नाराज किसानों को उनकी उपज का भुगतान 10 दिनों के भीतर किसानों को मंडी निधि से करने का आश्वासन दिया गया था।लेकिन 10 दिन बीतने के बाद भी भुगतान नहीं मिलने पर नाराज किसानों ने एसडीएम विष्णु प्रसाद यादव ,तहसीलदार विंकि बाघमारे,एसडीओपी राजेश सुल्या एवं छीपाबड़ थाना प्रभारी राजेश साहू के द्वारा किसानों से बात कर उन्हें मनाने का प्रयास किया गया।लेकिन किसान किसी भी तरह के आश्वासन को मानने को तैयार नहीं हुए।


Body:नाराज किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा पूर्व में भी उन्हें आश्वासन दिया गया था लेकिन अब तक भुगतान नहीं मिल पाया है।उधर मंडी में अपनी उपज को बिक्री के लिए लाए किसानों को भी काफी देर परेशान होना पड़ा।मंडी में दोपहर डेढ़ बजे तक खरीदी शुरू नही हो पाई है।जिसके चलते सैकड़ो किसानों को तपती धूप में खड़े होकर अपनी फसल की बिक्री का इंतज़ार करना पड़ा।किसानों को उनकी उपज के बिक्री के लिए ना तो जिला प्रशासन और ना ही मंडी प्रशासन के द्वारा खरीदी शुरू होने का आश्वासन दिया गया।किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें भुगतान नही मिलता है जब तक हम अपना धरना ओर मंडी कार्यालय पर कब्जा जारी रखेंगे।मंडी में फसल बेचने के बाद भुगतान नही मिलने नाराज किसानों और मंडी में फसल बिक्री के लिए आये किसानों ने खरीदी नही होने को लेकर मंडी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।वही मंडी के मुख्य गेट ओर कार्यालय में गेट पर ताले जड़ दिए गए हैं।
बाईट - शैलेंद्र वर्मा
किसान,हरदा
बाईट- किसान,


Conclusion:हरदा से जब टीएल की बैठक में शामिल होने के बाद एसडीएम और मंडी सचिव वापस लौटे तो उन्हें मंडी का मुख्य गेट बंद मिला।इसके बाद तहसीलदार ओर पुलिस ने ताला तुड़वाकर उन्हें अंदर आने के लिए रास्ता दिया गया।गौरतलब है कि पिछले छः महीने से मंडी में एसडीएम भारसाधक अधिकारी के रूप में काम करते रहे हैं लेकिन उनके द्वारा भी इस मामले में गम्भीरतापूर्वक नही लिया गया है।आज किसानों के द्वारा मंडी कार्यालय को कब्जे में लेने के बाद एसडीएम यादव का कहना है कि हमारे द्वारा एवं मंडी प्रशासन के द्वारा मंडी बोर्ड को इस विषय को लेकर पत्र लिखकर भुगतान करने की मांग की गई है।सम्भवतः 4 से 5 दिनों में भुगतान होने की सम्भवना है।उधर किसानों के द्वारा मंडी कार्यालय पर कब्जा करने के सवाल को लेकर उनका कहना है कि फिलहाल किसान के द्वारा शांति पूर्ण रूप से धरना दिया गया है।लेकिन यदि किसी तरह से उग्र प्रदर्शन किया जाता है तो हमारे द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा।
बाईट - विष्णुप्रसाद यादव
एसडीएम, खिरकिया
उधर मंडी के मंडी में बने बगीचे में अधिकारी बैठे रहे वही किसान अपनी उपज के भुगतान मिलने के लिए अधिकारियों की ओर आशा भरी निगाहों से ताकते रहे लेकिन किसानों को किसी तरह से कोई उम्मीद नजर नही आ रही थी।जिसके चलते उनके द्वारा आज मंडी कार्यालय पर कब्जा जमा अपने हक की लड़ाई के लिए डटे रहे।
Last Updated : Jun 11, 2019, 1:08 PM IST
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