हरदा। जिले में बीते दिनों एक अनाज व्यापारी कई किसानों की उपज खरीदने के बाद अपने परिवार के साथ भाग गया था, भुगतान के लिए किसान दर- दर की ठोकरे खा रहे हैं, अपनी मेहनत की कमाई का भुगतान किए जाने की मांग करते हुए कृषि उपज मंडी में किसानों ने अपना कब्जा जमा लिया. किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा पूर्व में भी उन्हें आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक भुगतान नहीं मिल पाया है.
वहीं किसानों के द्वारा छीपाबड़ थाने में अनाज व्यापारी अभिषेक जैन उर्फ मोनू के खिलाफ मुकदमा दायर कराया गया था. बीते दिनों 27 मई को अपर कलेक्टर डॉ प्रियंका गोयल ने नाराज किसानों को मंडी निधि से उनकी उपज का भुगतान 10 दिनों के भीतर करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन 10 दिन बीतने के बाद भी भुगतान नहीं मिलने पर नाराज किसानों ने मंडी में अपना कब्जा जमा लिया. हालांकि एसडीएम विष्णु प्रसाद यादव, तहसीलदार विंकि बाघमारे, एसडीओपी राजेश सुल्या और छीपाबड़ थाना प्रभारी राजेश साहू के द्वारा किसानों से बात कर उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन किसान किसी भी तरह के आश्वासन को मानने को तैयार नहीं हुए. किसानों ने कहा कि जब तक उन्हें भुगतान नहीं मिलता है, तब तक वह अपना धरना और मंडी कार्यालय पर कब्जा जारी रखेंगे.
बिक्री के लिए आए किसानों को हुई परेशानी
उधर मंडी में अपनी उपज को बिक्री के लिए लाए किसानों को भी काफी देर परेशान होना पड़ा. मंडी में दोपहर डेढ़ बजे तक खरीदी शुरू नहीं हो पाई, जिसके चलते सैकड़ों किसानों को तपती धूप में खड़े होकर अपनी फसल की बिक्री का इंतज़ार करना पड़ा. किसानों को उनकी उपज के बिक्री के लिए ना तो जिला प्रशासन और ना ही मंडी प्रशासन के द्वारा खरीदी शुरू होने का आश्वासन दिया गया. मंडी में फसल बेचने के बाद भुगतान नहीं मिलने और फसल खरीदी नहीं होने को लेकर से नाराज किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही साथ मंडी के मुख्य गेट और कार्यालय के गेट पर ताले जड़ दिए गए हैं.
मामले पर एसडीएम भारसाधक यादव का कहना है, कि हमारे और मंडी प्रशासन के द्वारा मंडी बोर्ड को इस विषय को लेकर पत्र लिखकर भुगतान करने की मांग की गई है. सम्भवतः 4 से 5 दिनों में भुगतान होने की सम्भावना है. फिलहाल किसानों के द्वारा शांति पूर्ण रूप से धरना दिया गया है, लेकिन यदि किसी तरह का उग्र प्रदर्शन किया जाता है तो हमारे द्वारा सख्ती से निपटा जाएगा.