हरदा। जिले के आदिम जाति जनजाति विभाग के अंतर्गत आने वाले छात्रावासों में खाना बनाने वाले कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है. कर्मचारियों ने कहा है कि प्रदेश सरकार सभी अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करे और चार महीने का बकाया वेतन उन्हें दें.
छात्रावास की रसोईया हरि बाई ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रही है. उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाया है. हरिबाई ने कहा कि वे दूसरों के लिए हर दिन भोजन तैयार करने का काम जरूर कर रही हैं लेकिन अब उनके ही परिवार के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है.
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार जांगरे ने बताया कि मध्यप्रदेश के केवल हरदा जिले में ही 2016 में किये गए नियमितीकरण के आदेश को लागू नहीं किया गया है. जबकि सभी जिलों में यह नियम बहुत पहले से ही लागू है. जिसके चलते करीब 60 कर्मचारियों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
क्या है मामला
⦁ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे आदिम जाति कल्याण विभाग के कर्मचारी
⦁ नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर कर्णचारी
⦁ अधिकारियों पर लगाया मनमानी करने का आरोप
⦁ मांगे नहीं मानने अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी चेतावनी