हरदा। किसान कांग्रेस ने कृषि कार्यालय (Agriculture Office ) के सामने प्रदर्शन किया, इस दौरान धरने पर बैठे कांग्रेसी नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कृषि मंत्री कमल पटेल हाय-हाय के नारे भी लगाए.
बुवाई का सीजन करीब, किसानों को बांटे जा रहे बर्बादी के नकली बीज, कई जिलों में सामने आए मामले
दो साल पहले तक सूरज धारा में मां अन्नपूर्णा योजना के तहत सरकार अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लघु एवं सीमांत किसानों को बुवाई के लिए बीज (Seed ) उपलब्ध कराती थी, जिस पर 75 प्रतिशत सरकारी अनुदान मिला है, बाकी 25 फीसदी किसानों को चुकाना पड़ा है, लेकिन सरकार पिछले दो सालों से इस योजना को बंद कर दी है. जिसके चलते SC-ST वर्ग के छोटे किसानों को बुवाई के लिए बाजार से महंगे दामों में बीज खरीदना पड़ रहा है.
पिछले साल खराब हो गई थी खरीफ की फसल
किसान कांग्रेस का कहना है कि पिछले साल बारिश के कारण खरीफ की फसल बर्बाद हो गई थी, इस कारण किसानों के पास बुवाई के लिए खुद का बीज नहीं बच पाया है. इसके अलावा बाजार में जो बीज मिलता है, वो बहुत मंहगा है. ऐसे मुसीबत में सरकार ने किसानों के लाभ की यह योजना भी बंद कर दी है, जिससे किसान परेशान हैं. इसीलिए किसान कांग्रेस की सरकार से मांग है कि एससी-एसटी वर्ग के लघु एवं सीमांत किसानों को अनुदान पर बीज (Seed) दिए जाए, जिससे वे बुवाई कर सकें.
महंगे दामों पर खरीदना पड़ रहा बीज
किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोहन बिश्नोई का कहना है कि स्थानीय विधायक कमल पटेल प्रदेश के कृषि मंत्री हैं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को किसान का बेटा होने के बात कह कर किसानों की आय बढ़ाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन इसके उलट किसानों के हित की योजना सरकार ने बंद कर दी है, जिससे किसानों को बुवाई के लिए महंगे दामों पर बीज खरीदना पड़ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी सिर्फ दिखावे के लिए शुरू की है. इन सभी बातों को लेकर किसान कांग्रेस ने धरना देकर प्रदर्शन किया है.