हरदा। जिले के प्राचीन नर्मदा मंदिर घाट पर करीब 200 साल पुराने पीपल और बरगद के पेड़ों को बचाने के लिए प्रशासन सामने आया है. घाट का वास्तविक सौंदर्य बनाए रखने और पेड़ों को बचाने के लिए स्थानीय तहसीलदार अर्चना शर्मा के द्वारा ग्राम वासियों की मदद से एक मुहिम छेड़ी गई है. जिसके चलते घाट पर लगे इन पेड़ों को बचाने की सार्थक पहल की जा रही है.
बारिश के दिनों में नर्मदा नदी में आने वाली बाढ़ की वजह से तेज गति से मिट्टी का कटाव होने से इन पेड़ों का जीवन खत्म होता नजर आ रहा था. जिसको लेकर तहसीलदार अर्चना शर्मा ने ग्रामीणों की मदद से इन पेड़ों के आसपास ऊंची दीवार बनवाने के साथ-साथ उसमें ग्रामीण द्वारा श्रमदान कर मिट्टी डालने का काम किया जा रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि ये पेड़ करीब 200 से 300 साल पुराने हैं और यदि इन पेड़ों के आसपास मिट्टी डाली जाती है, तो निश्चित ही इनका जीवन बढ़ जाएगा. ग्रामीणों का मानना है कि तहसीलदार अर्चना शर्मा के द्वारा की जा रही पहल सराहनीय है.