ग्वालियर। गणेश चतुर्थी के पहले लोगों को इको फ्रेंडली प्रतिमाओं के लिए जागरुक करने के उद्देश्य से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. ये प्रदर्शनी तानसेन कला विथिका में आयोजित की गई, जिसमें शहर के युवा कलाकारों ने अपनी बनाई मूर्तियों को प्रदर्शित किया.
इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा बनाकर युवाओं ने दिया पर्यावरण की रक्षा का संदेश
तानसेन कला विथिका में जिले के युवा कलाकारों ने इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं की प्रदर्शनी लगायी. इसमें भगवान को अलग- अलग रुपों में दर्शाया गया है.
इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं की प्रदर्शनी
ग्वालियर। गणेश चतुर्थी के पहले लोगों को इको फ्रेंडली प्रतिमाओं के लिए जागरुक करने के उद्देश्य से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. ये प्रदर्शनी तानसेन कला विथिका में आयोजित की गई, जिसमें शहर के युवा कलाकारों ने अपनी बनाई मूर्तियों को प्रदर्शित किया.
Intro:ग्वालियर- गणपति महोत्सव से पहले शहर वासियों को इको फ्रेंडली गणेश की प्रति जागरूक करने के लिए तानसेन कला विथिका में शहर के कुछ युवा कलाकार गणेश जी की प्रतिमा बना रहे हैं।इस प्रदर्शनी में मिट्टी और गोबर के बनाए हुए श्री जी को प्रदर्शित किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में युवा कलाकारों द्वारा बनाई गई कुछ गणेश जी की प्रतिमा अनोखी है। आज कर्ज में दबे किसानों का दर्द किसी से छुपा नहीं है हमारे देश के किसान की इस व्यवस्था को प्रथम पूज्य गणेश जी भी इस प्रदर्शनी के द्वारा बताया जा रहा हैं। जिसमें तराजू के एक में गणेश जी हल लेते हुए तो दूसरी ओर कर्ज में लिया हुआ रुपैया हैं। तो वहीं दूसरी प्रतिमा में गणेश जी को हरित क्रांति का संदेश देते हुए बताया गया है। जिसमें वर्तमान में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। इसको लेकर इस प्रदर्शनी में दर्शाया गया है।
Body:साथ ही कई मूर्तियां ऐसी है जो बचपन के साथ उनकी यादे अठखेलियां को दिखाया गया है तो वही बचपन की यादें सभी के जेहन में ताजा करने के लिए कलाकार ने उनकी पालने में झूलते हुए दिखाया है। साथ ही एक शिल्प ने उन्हें कैरम खेलते हुए दिखाया है इससे संदेश दिया है कि कैरम शतरंज से दिमाग तेज होता है। इस प्रदर्शनी में भाग लेने वाले कलाकारों का कहना है। की इस प्रदर्शनी में बनाई गई सभी गणेश जी की प्रतिमा कहीं ना कहीं समाज में होने वाली घटना को प्रदर्शित कर रही है साथ ही उसका कहना है कि जिस तरीके से पीओपी और केमिकल के बने गणेश प्रतिमा मशीन कहीं न कहीं पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है पीओपी से बने गणेश स्थापित करने के बाद जब उनका विसर्जन करते हैं तो पानी में पूरी तरीके से नहीं बोल पाते ।इसके साथ ही केमिकल होने से वह पानी में दूषित कर देते हैं।
Conclusion:बाईट - उमंग , युवा कलाकार
Body:साथ ही कई मूर्तियां ऐसी है जो बचपन के साथ उनकी यादे अठखेलियां को दिखाया गया है तो वही बचपन की यादें सभी के जेहन में ताजा करने के लिए कलाकार ने उनकी पालने में झूलते हुए दिखाया है। साथ ही एक शिल्प ने उन्हें कैरम खेलते हुए दिखाया है इससे संदेश दिया है कि कैरम शतरंज से दिमाग तेज होता है। इस प्रदर्शनी में भाग लेने वाले कलाकारों का कहना है। की इस प्रदर्शनी में बनाई गई सभी गणेश जी की प्रतिमा कहीं ना कहीं समाज में होने वाली घटना को प्रदर्शित कर रही है साथ ही उसका कहना है कि जिस तरीके से पीओपी और केमिकल के बने गणेश प्रतिमा मशीन कहीं न कहीं पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है पीओपी से बने गणेश स्थापित करने के बाद जब उनका विसर्जन करते हैं तो पानी में पूरी तरीके से नहीं बोल पाते ।इसके साथ ही केमिकल होने से वह पानी में दूषित कर देते हैं।
Conclusion:बाईट - उमंग , युवा कलाकार