ग्वालियर। मन में पीड़ितों के लिए सेवा भाव हो तो विषम परिस्थितियां भी लोगों को लड़ने का हौसला देती हैं. कुछ यही देखने को मिल रहा है इन दिनों ग्वालियर में जहां कुछ युवा अपनी चार पहिया गाड़ियों में भोजन सामग्री लेकर सुबह से ही जरूरतमंदों को बांटने निकल पड़ते हैं. यही नहीं वह इंसानों के साथ उन बेजुबान जानवरों का भी ख्याल रख रहे हैं जो लॉकडाउन के कारण भूखे मरने की कगार पर है.
दरअसल ग्वालियर में देश की तरह ही 11वें दिन लॉकडाउन जारी रहा. सड़कों पर सिर्फ पुलिसकर्मी अथवा मेडिकल स्टोर के अलावा कुछ भी नजर नहीं आता है. ऐसे में 4-5 युवाओं की टोली अपने चार पहिया वाहनों में खाना बांटने सुबह से निकल पड़ती है.
कई दिनों से खाना बांटने के कारण अब तो जरूरतमंद भी उनका बेसब्री से इंतजार करते हैं. युवा घर में पकने वाला दाल,चावल आलू की सब्जी रोटी आदि लेकर खासकर गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को बांटते हैं. मजदूरों को रोटी रोजी के लिए बेहद संघर्ष करना पड़ रहा है.
ग्वालियर में युवा रेलवे स्टेशन,बस स्टैंड,मंशापूर्ण हनुमान मंदिर,अचलेश्वर महादेव मंदिर रोड,थीम रोड,पड़ाव चौराहे के पास ऐसी जगह पहुंचते हैं. जहां बड़ी संख्या में इंसानों के बेजुबान जानवर भी होते हैं.मजदूरों का कहना है कि तालाबंदी के कारण उन्हें काम धंधा भी नहीं मिल रहा है ऐसे में घर के सदस्यों का भोजन पानी सिर्फ समाजसेवियों के ही भरोसे है. सरकार की ओर से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है.