ग्वालियर। जिले में जल संकट से जूझ रहे ग्वालियर वासियों के लिए जल संसाधन विभाग ने एक नया प्लान तैयार किया है, जिसके तहत कूनो नदी से ग्वालियर के साथ-साथ भिंड, मुरैना, श्योपुर और शिवपुरी को पानी मुहैया कराने का प्लान है.
ग्वालियर की प्यास बुझाने के लिए चंबल नदी से पानी लाना पड़ता था, ऐसे में ये प्लान सफल हो जाता है तो इससे निजात मिल जाएगी. कूनो नदी चंबल की सहायक नदी है, जिसमें पानी की मात्रा लगभग 800 एमसीएम है, ये नदी गुना, शिवपुरी और मुरैना से होकर गुजरती है और ये पोहरी-शिवपुरी रोड को क्रॉस करती है. जल संसाधन विभाग यहां के 300 एमसीएम पानी की क्षमता वाला बैराज बनाने का प्लान कर रहा है.
बैराज से पानी को आसानी से लिफ्ट कर पार्वती व आसन नदी तक ले जाया जा सकता है. ये प्रोजेक्ट ग्वालियर की पानी की समस्या हल करने में काफी मददगार साबित होगा, इसके अलावा ग्वालियर के आसपास के सभी बांधों-स्वर्णरेखा नदी को पानी से भरा जा सकेगा.
जलसंसाधन विभाग को इस प्रोजेक्ट की डिटेल तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है. अफसरों की माने तो इस प्रोजेक्ट में लगभग 1700 करोड़ की लागत आएगी, लेकिन ग्वालियर के साथ-साथ शिवपुरी, मुरैना और भिंड में जल संटक से पूरी तरह से निजात मिल जाएगा.
बता दें कि कुल जल संग्रहण क्षमता 120 एमसीएम है, बैराज की 300 एमसीएम क्षमता है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का प्लान है कि इन दो माह में कटेला बैराज से पानी छोड़ने की वजह स्टाफ रखा जाएगा और जब बरसात का पानी नदी में आना शुरू हो जाएगा तो उसे पार्वती नदी में छोड़ दिया जाएगा. इस प्लान के बाद अनुमान है कि नेशनल कैपिटल रीजनिंग बोर्ड दिल्ली के 256 करोड़ रुपए के लोन से शुरू होने वाला चंबल प्रोजेक्ट निरस्त हो सकता है.