ग्वालियर। जन्म से 2 साल तक के बच्चों को पोलियो सहित अन्य टीके समय पर लगे, इसके लिए ग्वालियर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से पहले चरण की शुरुआत कर दी है. इसमें 664 ऐसे बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें विभिन्न प्रकार की पोलियो और टीके लगाए जाने हैं. वही 228 गर्भवती माताएं भी चिन्हित की गई है जिन्हें प्रसव पहले टीकाकरण होना है.
ग्वालियर में इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक सॉफ्टवेयर भी डिवेलप करने का फैसला लिया है, जिसमें जिले में कहीं भी जन्मने वाले बच्चे का डिटेल उसके माता-पिता का नाम स्थान संस्था सभी कुछ दर्ज होगा.
स्वास्थ्य विभाग ने पहले चरण की शुरुआत सोमवार से कर दी जिसमें कई बच्चों का वैक्सीनेशन किया गया, पहले चरण 22 फरवरी से शुरू हो चुका है, जबकि दूसरा चरण 22 मार्च से शुरू होगा. इसमें सरकारी क्षेत्र के अस्पताल और गैर संस्थागत प्रसव भी शामिल होंगे.
ग्वालियर जिला प्रशासन ने इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग और मैदानी अमले के साथ कलेक्ट्रेट में शनिवार को एक बैठक आयोजित की थी. जिसमें कहा गया था कि कोई भी बच्चा वैक्सीन के अभाव से गंभीर बीमारियों से पीड़ित नहीं होना चाहिए.
खास बात यह है कि कार्यक्रम इंद्रधनुष को सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर पूरे देश में एक साथ शुरू किया गया है, इसकी मॉनिटरिंग भी एक पीएमओ द्वारा की जा रही है। वैसे तो हमेशा टीकाकरण का लक्ष्य 90 फ़ीसदी के आसपास रहा है, लेकिन इस बार इसे 100% पूरा करने की कवायद की जा रही है.