ग्वालियर: चंबल अंचल में इस बार लोगों को बिना ऊनी कपड़ों के सर्दी में भी गर्मी का एहसास हो रहा है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस का अंतर होने से यह स्थिति बनी है. स्थानीय लोग दिसंबर में कड़ाके की सर्दी से वाकिफ हैं और गर्म कपड़े पहनते हैं. लेकिन ग्वालियर शहर में इन दिनों लोग बिना जैकेट और कोट के अलावा सामान्य शर्ट और हाफ स्वेटर में घूमते देखे जा रहे हैं.
मौसम वैज्ञानिकों की राय
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का मानना है कि 13 दिसंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर बारिश हो सकती है. उसके बाद ही कोहरा और शीतलहर के आने की संभावना है. फिलहाल ग्वालियर में पिछले एक सप्ताह से अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस चल रहा है और न्यूनतम तापमान भी 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास है. दिसंबर के न्यूनतम और अधिकतम तापमान से 5 फीसदी ज्यादा है. लगभग 20 साल बाद ऐसा देखने में आया है.
दिसंबर में भी गर्मी का एहसास
ग्वालियर अंचल में पिछले एक सप्ताह से चटक धूप ने लोगों को गर्मी का एहसास कराया है. सुबह गर्म कपड़े पहन कर निकले लोग दोपहर 12 बजे तक अपने को असहज महसूस करने लगते हैं. क्योंकि चटक धूप के कारण उन्हें दिसंबर की सर्दी में भी गर्मी का एहसास हो रहा है. इसका उलटा असर ऊनी और गर्म कपड़े बेचने वालों पर भी पड़ रहा है. तिब्बती स्वेटर की ग्वालियर में खासी मांग रहती है. लेकिन सर्दी के कम होने से उनकी बिक्री पर असर पड़ा है. मौसम केंद्र की माने तो 14 दिसंबर के बाद एक बार फिर लोगों को सर्दी का एहसास हो सकता है.