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महिला सुरक्षा पर सेफ सिटी प्रोजेक्ट, पुलिस मांगेगी सुझाव - crime

ग्वालियर में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने की पहल की जा रही है. इसके तहत हॉटस्पॉट को चिन्हित कर वहां लोगों से सुझाव मांगे जाएंगे कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को कैसे रोका जाए.

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Published : Apr 4, 2021, 5:31 PM IST

ग्वालियर. ग्वालियर अंचल में छात्राओं और महिलाओं के साथ दुष्कर्म, छेड़छाड़ और लूटपाट की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. पुलिस ऐसे अपराधों पर लगाम नहीं लगा पा रही है. अपराध की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने अब जनता के बीच जाने का फैसला किया है.जिसमें जनता से ही जिले में होने वाले महिला अपराधों पर कैसे रोक लगाई जाए इसके लिए सुझाव मांगे जाएंगे.

महिला सुरक्षा पर सेफ सिटी प्रोजेक्ट

महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन जनता से ही उपाए मांगेगा. इसे लेकर प्रशासन ने शहर में ऐसे हॉटस्पॉट चिन्हित किए हैं जहां इस तरह की घटनाएं ज्यादा सामने आई हैं. इन जगहों पर पुलिस और प्रशासन के आलाअधिकारी लोगों से संवाद करेंगे और सुझाव भी मांगेंगे की महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को कैसे रोका जाए.

  • चिन्हित किए 52 हॉटस्पॉट

पुलिस ने शहर में ऐसे 52 हॉटस्पॉट चिन्हित किए हैं. जहां पर सबसे ज्यादा ऐसे अपराध होते हैं जिनमें महिलाएं निशाने पर होती हैं. इन हॉटस्पॉट्स के सर्वे के लिए मास्टर ऑफ सोशल वर्क के स्टूडेंट सहित अन्य लोगों की टीम लगाई गई थी. सर्वे में शहर की इन 52 जगहों पर छात्राएं और महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं. अब इन्ही हॉटस्पॉट पर लोगों से राय ली जाएगी कि यहां पर महिला सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम होने चाहिए.

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  • हर उम्र के 90 लोगों से ली जाएगी राय

महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए अलग-अलग आयु वर्ग के नागरिकों की राय ली जाएगी. हॉटस्पॉट पर 90 लोगों की राय शामिल की जाएगी। जिसमें आधी संख्या पुरुष और आधी संख्या महिलाओं की होगी.इनमें सीनियर सिटीजन, दुकानदार, स्टूडेंट,कामकाजी महिलाएं, शैक्षणिक संस्थान और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लोगों से पूछा जाएगा कि इन जगहों पर महिलाओं को क्या परेशानी है और इसे कैसे दूर किया जा सकता है और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए क्या उपाय किए जाएं जिससे वे सुरक्षित महसूस करें। इसके बाद उचित सुझावों पर पुलिस और जिला प्रशासन सभी जरूरी इंतजाम करेगा.

  • सभी विभागों से साझा होगी सर्वे रिपोर्ट

इस सर्वे रिपोर्ट को महिला और बाल विकास विभाग सभी संबंधित विभागों से साझा करेगा. इन विभागों में नगर निगम,पीडब्ल्यूडी, बिजली कंपनी ,पुलिस, ट्रैफिक, जिला प्रशासन और आबकारी सहित और जरूरी होंगे. महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को कम करने से जुड़े सुझावों पर कार्य करेंगे.

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  • सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत होगा यह प्रयोग

ग्वालियर में होने वाला यह प्रयोग प्रदेश और देश में पहली बार किया जा रहा है. जो सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत होगा. यह प्रयोग सफल रहा तो दूसरे जिलों में भी इस तरह का सर्वे किया जाएगा और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए लोगों से मिले सुझावों पर सख्ती से अमल किया जाएगा. प्रदेश ही नहीं देश के दूसरे राज्यों और शहरों में भी महिला अपराध का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत की जा रही यह पहल उम्मीद जगा सकती है.

ग्वालियर. ग्वालियर अंचल में छात्राओं और महिलाओं के साथ दुष्कर्म, छेड़छाड़ और लूटपाट की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. पुलिस ऐसे अपराधों पर लगाम नहीं लगा पा रही है. अपराध की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने अब जनता के बीच जाने का फैसला किया है.जिसमें जनता से ही जिले में होने वाले महिला अपराधों पर कैसे रोक लगाई जाए इसके लिए सुझाव मांगे जाएंगे.

महिला सुरक्षा पर सेफ सिटी प्रोजेक्ट

महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन जनता से ही उपाए मांगेगा. इसे लेकर प्रशासन ने शहर में ऐसे हॉटस्पॉट चिन्हित किए हैं जहां इस तरह की घटनाएं ज्यादा सामने आई हैं. इन जगहों पर पुलिस और प्रशासन के आलाअधिकारी लोगों से संवाद करेंगे और सुझाव भी मांगेंगे की महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को कैसे रोका जाए.

  • चिन्हित किए 52 हॉटस्पॉट

पुलिस ने शहर में ऐसे 52 हॉटस्पॉट चिन्हित किए हैं. जहां पर सबसे ज्यादा ऐसे अपराध होते हैं जिनमें महिलाएं निशाने पर होती हैं. इन हॉटस्पॉट्स के सर्वे के लिए मास्टर ऑफ सोशल वर्क के स्टूडेंट सहित अन्य लोगों की टीम लगाई गई थी. सर्वे में शहर की इन 52 जगहों पर छात्राएं और महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं. अब इन्ही हॉटस्पॉट पर लोगों से राय ली जाएगी कि यहां पर महिला सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम होने चाहिए.

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  • हर उम्र के 90 लोगों से ली जाएगी राय

महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए अलग-अलग आयु वर्ग के नागरिकों की राय ली जाएगी. हॉटस्पॉट पर 90 लोगों की राय शामिल की जाएगी। जिसमें आधी संख्या पुरुष और आधी संख्या महिलाओं की होगी.इनमें सीनियर सिटीजन, दुकानदार, स्टूडेंट,कामकाजी महिलाएं, शैक्षणिक संस्थान और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लोगों से पूछा जाएगा कि इन जगहों पर महिलाओं को क्या परेशानी है और इसे कैसे दूर किया जा सकता है और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए क्या उपाय किए जाएं जिससे वे सुरक्षित महसूस करें। इसके बाद उचित सुझावों पर पुलिस और जिला प्रशासन सभी जरूरी इंतजाम करेगा.

  • सभी विभागों से साझा होगी सर्वे रिपोर्ट

इस सर्वे रिपोर्ट को महिला और बाल विकास विभाग सभी संबंधित विभागों से साझा करेगा. इन विभागों में नगर निगम,पीडब्ल्यूडी, बिजली कंपनी ,पुलिस, ट्रैफिक, जिला प्रशासन और आबकारी सहित और जरूरी होंगे. महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को कम करने से जुड़े सुझावों पर कार्य करेंगे.

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  • सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत होगा यह प्रयोग

ग्वालियर में होने वाला यह प्रयोग प्रदेश और देश में पहली बार किया जा रहा है. जो सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत होगा. यह प्रयोग सफल रहा तो दूसरे जिलों में भी इस तरह का सर्वे किया जाएगा और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए लोगों से मिले सुझावों पर सख्ती से अमल किया जाएगा. प्रदेश ही नहीं देश के दूसरे राज्यों और शहरों में भी महिला अपराध का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत की जा रही यह पहल उम्मीद जगा सकती है.

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