ग्वालियर। प्रदेश भर में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच एक जुलाई से 'किल कोरोना' अभियान की शुरुआत की गई है. लेकिन इस बीच आने वाले दिनों में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानी का सबब न बन जाए, इसको लेकर ग्वालियर जिला प्रशासन अलर्ट हो चुका है. जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने एक्शन प्लान तैयार किया है. जिसका उद्देश्य मलेरिया, डेंगू सहित अन्य मौसमी बीमारियों को फैलने से रोकना है.
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के मुताबिक कोरोना के साथ अन्य मौसमी बीमारियां आम लोगों के स्वास्थ्य पर ज्यादा गहरा असर डाल सकती हैं. ऐसे में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के सामने दोहरी चुनौती खड़ी हो जाएगी. लिहाजा लोगों को मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक करने व उनसे बचाव के लिए गतिविधियां के संचालन की शुरूआत की गई है. जिनमें सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर 15 सेक्टर स्तरीय सामाजिक जुड़ाव कार्यशाला, 40 ग्राम स्तरीय कार्यशाला और प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. टीकाकरण और बाकि के सभी अभियान भी साथ-साथ चलाए जाएंगे.
बीते सालों के आंकड़ों के आधार पर ग्वालियर में 48 हाई रिस्क गांव व शहरी क्षेत्र में 28 टीमें गठित कर डोर टू डोर सर्वे का भी काम किया जाना शुरू किया गया है. गौरतलब है कि बीते साल डेंगू मलेरिया ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कहर बरपाया था. ऐसे में प्रशासन कोई भी लापरवाही बरतना नहीं चाहता है.