ग्वालियर। चंबल अंचल में 25 सालों से बीजेपी के सक्रिय नेता के रूप में कार्य कर रहे सत्यपाल सिंह सिकरवार को पार्टी ने चार दिन पहले ही बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जहां बीजेपी ने पहले तो सुमावली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार को पार्टी से निष्कासित किया और उसके बाद उनके पिता गजराज सिंह सिकरवार को पार्टी के विरुद्ध गतिविधियां करने के आरोप में नोटिस जारी किया.
पार्टी से निष्कासित होने के बाद पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार ने कहा, 'बीजेपी ने जो कार्रवाई की है, वो बिल्कुल ठीक की है. राजनीतिक दल ने वह किया जो उन्हें ठीक लगा और मैंने वह किया जो मेरे मन में था. पार्टी द्वारा की गई कार्रवाई से मैं दुखी नहीं हूं, जो उन्होंने किया, वह ठीक किया है. जो लोग पार्टी का हमेशा विरोध करते रहे, उन्हें हमारे ऊपर बैठा दिया. जो पार्टी का लगातार विरोध करते रहे, उन्हें चुनाव लड़ा दिया है. तो कहीं ना कहीं वह चुनाव लड़ेंगे, तो इससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा होगा ही.'
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पूर्व विधायक सिकरवार ने उनके पिता को नोटिस दिए जाने को लेकर कहा, 'मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी कि उनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया है. वह बीजेपी को लगातार 25 साल से सेवा दे रहे थे, लेकिन पार्टी का क्या निर्णय है वहीं जाने.'
गौरतलब है, पूर्व विधायक सतपाल सिंह सिकरवार के बड़े भाई सतीश सिकरवार ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी हैं, जिन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस से चुनाव लड़ा है. ऐसे में बीजेपी को शिकायत मिल रही थी कि पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार अपने बड़े भाई सतीश सिंह सिकरवार की मदद कर रहे हैं. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह सिकरवार पर पार्टी ने आरोप लगाया है कि सुमावली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार एदल सिंह कंसाना के खिलाफ वह प्रचार-प्रसार कर रहे थे.