ग्वालियर। मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर साधु-संत भी मैदान पर उतर पड़े हैं. इसी कड़ी में ग्वालियर चंबल संभाग से साधु-संतों की एक बड़ी पदयात्रा शीतला से चंबल के निकली. इस दौरान युवाओं को शराबबंदी के लिए संकल्प दिलाया गया.
यह पदयात्रा हरि गिरि महाराज के नेतृत्व में निकाली गई. 26 फरवरी को इस यात्रा का समापन होगा, जहां पर करीब एक लाख से ज्यादा लोग मौजूद रहेंगे. उसके बाद मुरैना और फिर भोपाल में पांच लाख लोगों के साथ शराबबंदी को लेकर बड़ा प्रदर्शन करने का होगा. साधुओं का कहना है कि मुरैना में जहरीली शराब से 26 से 28 लोगों की मौत हुई. ऐसे में मध्य प्रदेश में शराबबंदी बेहद जरूरी है. वह सरकार को शराबबंदी के लिए मजबूर करेंगे.
कई सालों से बाबा हरि गिरी कर रहे हैं आंदोलनग्वालियर चंबल अंचल के सबसे प्रसिद्ध ख्याति प्राप्त बाबा हरि गिरी शराबबंदी को लेकर पिछले कई सालों से आंदोलन कर रहे हैं. वह लगातार चंबल में महापंचायत के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं. बता दें कि, इस यात्रा में बाबा हरि गिरि के साथ हजारों की संख्या में संत समाज भी शामिल है.आज से 2 साल पहले बाबा हरि गिरि ने गुर्जर समाज में शराबबंदी करवाई थी. उन्होंने ग्वालियर चंबल अंचल में पूरे गुर्जर समाज को एकजुट किया था. एक बड़ी पंचायत का आयोजन किया, जिसमें शपथ दिलाई गई थी कि आज के बाद गुर्जर समाज न तो शराब पियेगा और न ही शराब बेचेगा, जिसका असर आज भी देखने को मिल रहा है. ज्यादातर गुर्जर समाज के लोग शराब बंद कर चुके हैं.