ग्वालियर। करीब एक सप्ताह पहले सिवनी के रहने वाले वकील से ब्लैक मार्केटिंग में बेचने के लिए, ग्वालियर लाए गए पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन सही रखरखाव नहीं होने के कारण खराब हो गए. जबकि इस इंजेक्शन की इतनी डिमांड है कि कलेक्ट्रेट में आए दिन इंजेक्शन को लेकर हंगामा होता रहता है. इंजेक्शन को ठीक तापमान नहीं मिलने से वह निष्प्रभावी हो गए. मामला संज्ञान में आते ही कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए हैं. आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने इस मामले में, इसकी शिकायत कलेक्टर से की है.
निर्धारित तापमान नहीं मिला और इंजेक्शन खराब
पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन से सिवनी जिले के एक शख्स को गिरफ्तार था. एसटीएफ ने उसके पास से पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किए थे. जब्ती की कार्रवाई के बाद पुलिसकर्मियों ने इंजेक्शन को एक डिब्बे में सील कर सामान्य तापमान पर माल खाने में जमा कर दिया था. जिसके बाद इंजेक्शन, निर्माता कंपनी के निर्धारित 2 से 8 डिग्री तापमान नहीं मिलने की वजह से खराब हो गए.
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पुलिस की घोर लापरवाही
आरटीआई कार्यकर्ता को इसकी जानकारी, मीडिया की खबर से मिली. मामले में तर्क देते हुए कलेक्टर को शिकायती आवेदन दिया गया था. आशीष चतुर्वेदी ने जो शिकायत की थी उसके मुताबिक रेमडेसिविर इंजेक्शन अतिआवश्यक जीवन रक्षक दावा के रूप में शामिल किया गया है. यदि पुलिस इंजेक्शन को निर्माता कंपनी के निर्धारित तापमान पर रखती को वह खराब नहीं होते. लेकिन पुलिस ने बिना कोई सावधानी बरते इंजेक्शन को खराब कर दिया.