ग्वालियर। काफी लंबे समय से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे जीवाजी विश्वविद्यालय में अतिथि विद्वानों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिसे 11 सितंबर तक पूरी हो जाने की संभावना है. चुने गए अतिथि विद्वान को प्रति पीरियड पांच सौ रुपए का भुगतान किया जाएगा. आशा है ये भर्ती हो जाने के बाद विश्वविद्याल को शिक्षकों की कमी से निजात मिलेगी.
जीवाजी विश्वविद्यालय में लंबे अरसे से शिक्षकों की कमी महसूस की जा रही थी. अभी लगभग हर विभाग में ही शिक्षकों की कमी है. मालूम हो की विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग मैनेजमेंट फार्मेसी और साइंस की विभिन्न अध्ययन शालाओं में लंबे अरसे से शिक्षक नहीं हैं, कुछ ही नियमित शिक्षक हैं, जिनसे काम चलाया जा रहा है. लेकिन छात्रों की पढ़ाई को देखते हुए अब विश्वविद्यालय ने अतिथि विद्वानों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है.
इस भर्ती प्रक्रिया में करीब सौ से ज्यादा अतिथि विद्वानों का चयन किया जाना है. 26 अगस्त से शुरू होकर यह प्रक्रिया सितंबर के दूसरे सप्ताह तक चलने की संभावना है. चयनित अतिथि विद्वान को प्रति पीरियड 500 रुपए का भुगतान किया जाएगा, लेकिन अधिकतम भुगतान 25000 रुपए प्रति माह से ज्यादा नहीं होगा.
विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी को लेकर कई बार छात्र संगठन आंदोलन भी कर चुके हैं, चूंकी इन दिनों कक्षाएं स्थगित हैं, इसलिए विश्वविद्यालय का कहना है कि चुने गए अतिथि विद्वानों से फिलहाल ऑनलाइन क्लास लगवाई जाएगी बाद में उन्होंने नियमित क्लास में भेजा जाएगा.