ग्वालियर। सिंधिया राजवंश की बहुचर्चित हिरण वन कोठी को लेकर रिसीवर बनाए गए अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह कुशवाहा ने अपनी स्टेट्स रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश कर दी है. जिसमें उन्होंने मांग की है कि कोठी के बाहरी हिस्से में बाउंड्री वॉल और बिजली कनेक्शन कराने वालों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की जाए.
छह अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह कुशवाहा और उनके सहयोगी टीसी नरवरिया कोठी का निरीक्षण करने पहुंचे थे, जहां दीवार खड़ी मिली और एक गेट भी बनाया गया है. चौकीदार का कहना है कि महाराज यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया के कहने पर वे तैनात हैं, लेकिन बाउंड्री वाल किसने बनवाई और बिजली कनेक्शन किसने लिया, इसकी उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है.
बता दें हाईकोर्ट ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सरदार आंग्रे की पुत्री चित्रलेखा अंग्रेज के बीच इस कोठी के आधिपत्य को लेकर लंबे अरसे से विवाद चल रहा है, जो न्यायालय में लंबित है. शैलेंद्र सिंह ने झांसी रोड थाने में इस कार्रवाई के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है. वहीं बिजली विभाग में भी आवेदन देकर कनेक्शन काटने की अपील की है. उनका कहना है कि बिना रिसीवर की अनुमति के कोठी में किसी भी तरह का काट छांट अवैधानिक है, इसलिए उन्होंने कोर्ट से भी मांग की है कि अवमानना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.