ग्वालियर। राज स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में अनुपयोगी सामान यानी स्क्रैप की टेंडर प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है. संस्थान में टेंडर डालने आए लोगों ने बुधवार को जमकर हंगामा किया. उनका आरोप है कि संस्थान के कुछ कर्मचारियों ने अपने चहेते ठेकेदार को अनुपयोगी सामान यानी स्क्रैप को सौंपने की पूरी तैयारी कर ली है. जिन स्क्रैप कारोबारियों ने अपने टेंडर डाले थे उसमें बाद में आया एक टेंडर उनके लिए परेशानी का सबब बन गया.
टेंडर प्रक्रिया का बहिष्कार
उनका कहना है कि अमुक व्यक्ति ने निर्धारित समय यानी 16 फरवरी शाम 4 बजे तक संस्थान में उपस्थित होकर टेंडर नहीं भरा था. अचानक उसका टेंडर कहां से आ गया. इसी आरोप के चलते उन्होंने निविदा खोले जाने से पहले ही हंगामा खड़ा कर दिया और टेंडर प्रक्रिया का बहिष्कार कर बाहर आ गए. हालांकि स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया में सभी शर्तों का पालन किया जा रहा है.
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इन सामानों की होनी है निलामी
खास बात यह यह भी है कि इस टेंडर प्रक्रिया में शामिल होने के लिए ग्वालियर के अलावा शिवपुरी, मुरैना, दतिया और शिवपुरी के स्क्रैप कारोबारी हिस्सा लेने आए थे. यहां साइकिल डुप्लीकेटर मशीन गैस सिलेंडर, फैक्स मशीन, कॉन्फ्रेंस माइक सिस्टम, कंप्यूटर, हिंदी टाइपराइटर, लेजर प्रिंटर, इंकजेट, प्रिंटर मशीन, लकड़ी की सामग्री, टेबल कुर्सी आदि की नीलामी की जानी है.
वहीं प्रबंधन संस्थान का कहना है कि फिलहाल इस टेंडर प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है. क्योंकि जब सभी स्क्रैप कारोबारी इसमें हिस्सा लेंगे, तभी टेंडर प्रक्रिया को सार्वजनिक रूप से खोला जाएगा.